तामिलनाडु: कांग्रेस को हराने के लिए अमित शाह तैयार, 39 लोकसभा सीटों को जीतने के लिए बनाया ये प्लान
बीजेपी प्रमुख अमित शाह ने कहा, प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार-मुक्त सरकार देना चाहते हैं.’’
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इरोड (तमिलनाडु): बीजेपी प्रमुख अमित शाह ने गुरुवार को विपक्षी गठबंधन पर बरसते हुए कहा कि उसमें नेताओं, नीतियों और सिद्धांतों का ‘‘अभाव’’ है. शाह ने भगवा पार्टी के नेतृत्व वाली राजग को ‘‘मजबूत’’ बताते हुए उसे एक बार फिर राष्ट्र का नेतृत्व करने के लिये तैयार बताया. शाह ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों को लड़ने के लिये उनकी पार्टी तमिलनाडु में ‘‘मजबूत गठबंधन’’ बनायेगी. शहर में हथकरघा और पावरलूम (बिजली से चलने वाला करघा) क्षेत्र के संगठनों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह गठबंधन बहुत कम समय में बन सकता है.
गठबंधन 39 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा. चुनावी गठजोड़ पर उन्होंने कहा, ‘‘तमिलनाडु की जनता को मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि भाजपा एक सहयोगी के साथ मजबूत गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ेगी.’’ प्रस्तावित द्रमुक-कांग्रेस गठबंधन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इसे तमिलनाडु की जनता के फायदे के लिये नहीं बल्कि ‘‘घोटाला और भ्रष्टाचार’’ में लिप्त रहने के लिये बनाया गया है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह घोटाला और भ्रष्टाचार का गठबंधन है. वे सिर्फ घोटाला और भ्रष्टाचार में लिप्त रह सकते हैं.’’ शाह ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों के लिये उन्हें दो समूह बनने का अनुमान है. उन्होंने कहा, ‘‘दो समूह होने वाले हैं -एक (कांग्रेस प्रमुख) राहुल गांधी के नेतृत्व वाला और अन्य नेताओं का दूसरा गठबंधन भी आकार लेने की कोशिश कर रहा है, जहां कोई नेता नहीं है.’’
अन्य गठबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग है जो एक मजबूत गठबंधन है और यह (चुनावों के बाद) एक बार फिर राष्ट्र का नेतृत्व करने को तैयार है. द्रमुक अध्यक्ष एम. के. स्टालिन पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि स्टालिन राहुल गांधी को कभी नेता मानते हैं और जब इस पर विरोध होता है तो कभी उन्हें नेता नहीं भी मानते हैं.
शाह ने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता उनकी प्राथमिकताएं क्या हैं.’’ शाह यहां साफ तौर पर स्टालिन के उस प्रस्ताव का जिक्र कर रहे थे जब उन्होंने राहुल गांधी को विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर पेश करने का प्रस्ताव दिया था, जिस पर सपा नेता अखिलेश यादव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी थी.
दिलचस्प है कि स्टालिन जनवरी में कोलकाता में भाजपा के खिलाफ तृणमूल प्रमुख की महारैली में भी शामिल हुए थे. प्रस्तावित विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि इसके पास ‘‘कोई नेता, कोई सिद्धांत या विचार’’ नहीं है. उन्होंने कहा, जबकि दूसरी ओर राजग देश को आगे बढ़ाना चाहता है.
वह इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहता है और ‘सबका साथ सबका विकास’ की अवधारणा को आगे तक ले जाना चाहता है. समग्र विकास के लिये मोदी अक्सर इस नारे का जिक्र करते हैं. शाह ने कहा, ‘‘जब संप्रग सत्ता में था और द्रमुक मुख्य सहयोगी थी तब 2जी घोटाला हुआ, उस सरकार ने 13वें वित्त आयोग के दौरान तमिलनाडु के लिये सिर्फ 94,000 करोड़ रुपये आवंटित किये.’’
दक्षिणी राज्य के प्रति राजग सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए भाजपा प्रमुख ने कहा कि मौजूदा सरकार ने यह आवंटन राशि करीब पांच गुण बढ़ाते हुए इसे 5.42 लाख करोड़ रुपये कर दिया है. उन्होंने तमिलनाडु के विकास के लिये केंद्र द्वारा शुरू की गयी विभिन्न सरकारी पहलों खासकर कपड़ा उद्योग के लिये विशेष पैकेज का विस्तार से जिक्र किया.
बाद में पार्टी की बूथ समिति स्तर के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने उनसे चुनाव के दौरान सजग रहने को कहा और कार्यकर्ताओं से पार्टी के जीत के लिये लड़ने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘‘रक्षा क्षेत्र के लिये अधिक धन आवंटित कर हमने वास्तविक देशभक्ति दिखायी है.
प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार-मुक्त सरकार देना चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा बजट आवंटन बढ़ने से खासकर तमिलनाडु में रक्षा गलियारे को इससे फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा, अगर भाजपा फिर से जीतती है तो इससे हर वर्ग को फायदा होगा.
इनपुट भाषा से भी