अमूल दूध ने दो रुपये बढ़ाए दाम, 21 मई से लागू होंगी बढ़ी कीमत, जानिए क्या होगा नया मूल्य
Advertisement

अमूल दूध ने दो रुपये बढ़ाए दाम, 21 मई से लागू होंगी बढ़ी कीमत, जानिए क्या होगा नया मूल्य

अमूल ने भारत में श्वेत क्रान्ति की नींव रखी जिससे भारत संसार का सर्वाधिक दुग्ध उत्पादक देश बन गया है.

अमूल डेयरी ने दूध का खरीद मूल्य भी बढ़ा दिया था. अमूल ने भैंस के दूध के एक किलो बसा (फैट) का दाम 10 रुपये बढ़ा दिया था, जबकि गाय के दूध में एक किलो बसा का मूल्य 4.5 रुपये बढ़ा दिया था.

नई दिल्ली: अमूल के मैनेजिंग डायरेक्टर ने सोमवार को घोषणा की है कि दूध के दामों में दो रुपये प्रति किलो का इजाफा होगा. दूध के दामों में हुई यह बढ़ोत्तरी कल यानी मंगलवार (21 मई) से लागू होगी. अमूल का टोंड मिल्क का 500 ML का पैक, जो अबतक 21 रुपये का मिलता था. वह अब एक रुपये के इजाफे के साथ 22 रुपये का मिलेगा. वहीं, अमूल का फुल क्रीम 500 ML का पैक 28 रुपये का हो जाएगा. यह पहले 27 रुपये का मिलता था.

 

fallback

 

हाल ही में अमूल डेयरी ने दूध का खरीद मूल्य भी बढ़ा दिया था. अमूल ने भैंस के दूध के एक किलो बसा (फैट) का दाम 10 रुपये बढ़ा दिया था, जबकि गाय के दूध में एक किलो बसा का मूल्य 4.5 रुपये बढ़ा दिया था. कंपनी का कहना था कि दूध के खरीद मूल्य में इस वृद्धि से सात लाख पशुपालकों को फायदा मिलेगा. पशुपालकों को बढ़ा हुआ दाम 11 मई से मिलना शुरू हो गया था. उनको अब भैंस के दूध के एक किलो बसा के लिए 640 रुपये और गाय के दूध के एक किलो बसा के लिए 290 रुपये मिलेंगे.

 

कारोबार में 20 फीसदी का इजाफा
बता दें कि गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) अमूल के नाम से डेयरी उत्पादों का कारोबार करती है. फेडरेशन को चालू वित्त वर्ष 2019-20 में कारोबार 20 फीसदी बढ़कर 40,000 करोड़ रुपये पर पहुंचने की उम्मीद है. बीते वित्त वर्ष में जीसीएमएमएफ ने 13 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 33,150 करोड़ रुपये का कारोबार किया था.

 खास बात ये है कि उत्पादों के दामों में इजाफा किए बिना ही फेडरेशन का राजस्व लगातार बढ़ रहा है. फेडरेशन का दावा है कि किसानों को दूध का ज्यादा दाम देने के बाद के भी उनके राजस्व पर कोई असर नहीं पड़ेगा. गुजरात के 18,700 गांव में अमूल फेडरेशन के 18 सदस्यीय यूनियनों में 36 लाख से अधिक किसान जुड़े हुए हैं जिनसे औसतन दैनिक 230 लाख लीटर दूध की खरीद की जा रही है.

दूध आंदोलन से जन्मा अमूल
अमूल भारत का एक दुग्ध सहकारी आन्दोलन है जिसका मूल आणंद (गुजरात) में है. यह एक ब्रान्ड नाम है जो गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड नाम की सहकारी संस्था के प्रबन्धन में चलता है. गुजरात के लगभग 26 लाख दुग्ध उत्पाद दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड के अंशधारी हैं.

अमूल ने भारत में श्वेत क्रान्ति की नींव रखी जिससे भारत संसार का सर्वाधिक दुग्ध उत्पादक देश बन गया है. अमूल (आणंद सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ), की स्थापना1 4 दिसंबर, 1946 मे एक डेयरी यानी दुग्ध उत्पाद के सहकारी आंदोलन के रूप में हुई थी. अमूल के प्रमुख उत्पाद दूध, दूध के पाउडर, मक्खन (बटर), घी, चीज, दही, चॉकलेट, श्रीखण्ड, आइस क्रीम, पनीर, गुलाब जामुन, न्यूट्रामूल आदि हैं.

Trending news