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कौन सी बीमारी में बुजुर्ग बूस्टर डोज लगवा सकते हैं?


Precautionary का मतलब होता है एहतियात के तौर पर लगाई जाने वाली वैक्सीन. यानी ये डोज़ एहतियात के तौर पर लगाई जाएगी. और केवल उन्हीं लोगों को लगाई जाएगी, जिनकी उम्र 60 साल से ज़्यादा होगी और जिन्हें कोई गम्भीर बीमारी होगी. इसे ऐसे समझिए कि आपके घर में जो बड़े बुजुर्ग हैं, उन्हें कोई गम्भीर बीमारी नहीं है तो उन्हें ये Precautionary Dose लगवाने की ज़रूरत नहीं है. हालांकि आप सोच रहे होंगे कि कौन सी बीमारियों में ही बुज़ुर्ग ये डोज़ लगवा सकते हैं  तो 22 गम्भीर बीमारियों में ही ऐसा हो सकता है. इसकी पूरी लिस्ट आप अपनी टीवी स्क्रीन पर देख सकते हैं. इनमें Diabetes है, कैंसर है, किडनी की बीमारी है. और सांस से जुड़ी बीमारियां हैं. अगर ये Booster डोज़ होती तो इसमें बीमारी की शर्त नहीं होती. तब 60 साल से ऊपर के सभी बुज़ुर्गों को ये डोज़ लगाई जाती. इससे आप दोनों के बीच को अंतर समझ सकते हैं


Precautionary Dose के लिए वैक्सीनेशन 10 जनवरी से


Precautionary Dose के लिए वैक्सीनेशन 10 जनवरी से शुरू होगा. और 7 जनवरी से आप रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे. इसके अलावा आपको टीका केन्द्र पर डॉक्टर का एक सर्टिफिकेट और ज़रूरी दस्तावेज भी दिखाने होंगे, जिससे ये साबित हो सके कि आपको इन 22 में से कोई एक बीमारी है. तभी आपको डोज़ लगाई जाएगी. इसके अलावा एहतियात के तौर पर Frontline Workers, स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों को भी ये डोज़ लगाई जाएगी. हमें पता चला है कि जिन लोगों ने दूसरी डोज़ 9 महीने पहले लगवाई थी, वो 10 जनवरी से Precautionary Dose लगवा पाएंगे. मतलब दूसरी और तीसरी डोज़ के बीच कम से कम 9 महीने का अंतर होगा.