Cherrapunji Heavy Rainfall: भारत में सबसे ज्यादा बारिश कहां होती है? अगर ये सवाल आप किसी से भी करेंगे तो उसका जवाब चेरापूंजी ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये जवाब गलत है. अब चेरापूंजी नहीं, बल्कि अरुणाचल प्रदेश के कुरुंग कुमे जिले के कोलोरियांग शहर (Koloriang City) में सबसे ज्यादा बारिश होती है. कोलोरियांग के लोगों का कहना है कि कोलोरियांग के बारिश ने मेघालय में मासिनराम और चेरापूंजी का रिकॉर्ड (Rainfall Record) तोड़ दिया है.


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कोलोरियांग के लोग अब कर रहे ये अपील


अरुणाचल प्रदेश के कुरुंग कुमे जिले के कोलोरियांग शहर (Koloriang City) के लोग अब अपने शहर को सबसे ज्यादा बारिश वाले क्षेत्र के रूप में पहचान देने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि कोलोरियांग के बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है और इस वजह से अब इसे सबसे ज्यादा बारिश वाला क्षेत्र घोषित कर देना चाहिए. इसके साथ ही कोलोरियांग के लोगों ने भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) से कोलोरियांग में बारिश को सटीक रूप से मापने का आग्रह किया है.


कोलोरियांग में चेरापूंजी से ज्यादा बारिश का दावा


बता दें कि चेरापूंजी (Cherrapunji) में हर साल लगभग 450 इंच यानी करीब 11430 मिलीमीटर औसत बारिश होती है. कोलोरियांग शहर (Koloriang City) के लोगों का दावा है कि वहां चेरापूंजी से ज्यादा बारिश होती है. हालांकि, अब तक सटीक माप नहीं हो पाई है, इसलिए अब लोग मौसम विभाग से कोलोरियांग में बारिश को सटीक रूप से मापने का आग्रह कर रहे हैं.


तीन महीने छोड़कर पूरे साल होती है बारिश


कोलोरियांग शहर (Koloriang City) के लोगों का कहना है कि कोलोरियांग में अक्टूबर से दिसंबर तक तीन महीने छोड़कर पूरे साल बारिश होती है. लोगों का कहना है कि अक्टूबर से दिसंबर तक भी बारिश होती है, लेकिन कम होती है. लोगों ने मांग की है कि मासिनराम और चेरापूंजी को हटाकर अब कोलोरियांग को धरती का सबसे गीला स्थान (Wet City Tag) घोषित किया जाए.


तिब्बत की सीमा से सटा है कोलोरियांग


कोलोरियांग शहर (Koloriang City) अरुणाचल प्रदेश के कुरुंग कुमे जिले का एक पहाड़ी जिला मुख्यालय है, जो तिब्बत की सीमा से सटा हुआ है. समुद्र तल से कोलोरियांग की ऊंचाई 1000 मीटर है और यह चारो तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है.