PM Modi Arvind Kejriwal: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके जन्मदिन पर बधाई दी और उनके अच्छे स्वास्थ्य व दीर्घायु होने की कामना की. केजरीवाल मंगलवार को 54 साल के हो गए. उन्होंने शुभकामनाओं के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया.


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पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, 'दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जन्मदिन की बधाई. मैं उनके लंबे जीवन और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं.' प्रधानमंत्री की शुभकामनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा, 'थैंक्यू सर.' 16 अगस्त 1968 को जन्मे केजरीवाज दिल्ली के सातवें मुख्यमंत्री हैं. वह दिल्ली और पंजाब की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक भी हैं.



अरविंद केजरीवाल का जन्म हरियाणा में हुआ था. उनके पिता का नाम रामगोविंद केजरीवाल और माता का नाम गीता देवी है. केजरीवाल के पिता एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे, जिन्होंने बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पढ़ाई की थी. केजरीवाल का ज्यादातर बचपन सोनीपत, गाजियाबाद और हिसार में बीता. उन्होंने हिसार के कैंपस स्कूल और सोनीपत के होली चाइल्ड स्कूल से पढ़ाई की है.


साल 1985 में उन्होंने आईआईटी-जेईई का एग्जाम दिया और उनकी ऑल इंडिया रैंक 563 थी. उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से कैमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. इसके बाद 1989 में उन्होंने जमशेदपुर के टाटा स्टील में नौकरी की. नौकरी से ब्रेक लेकर वह सिविल सर्विस की तैयारी में जुट गए. 1995 में केजरीवाल का चयन इंडियन रेवेन्यू सर्विस (आईआरएस) में हुआ. साल 2006 में जब उन्होंने इस्तीफा दिया तो वह दिल्ली में जॉइंट कमिश्नर (इनकम टैक्स) थे.


साल 2011 में जब कई अन्य समाजिक कार्यकर्ताओं के साथ अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन छेड़ा तो अरविंद केजरीवाल भी उसका हिस्सा थे. इंडियन अगेंस्ट करप्शन नाम का उनका ग्रुप जन लोकपाल बिल की मांग कर रहा था. साल 2012 में अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी बनाई और उसके राष्ट्रीय संयोजक बने. आम आदमी पार्टी ने 2013 का विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया.


इस चुनाव में बीजेपी को 31 सीट मिलीं, जबकि आम आदमी पार्टी को 28. केजरीवाल ने उस चुनाव में तीन बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराया था. बाद में वह कांग्रेस के 8 विधायकों के समर्थन से मुख्यमंत्री बने. 14 फरवरी 2014 को उन्होंने इस्तीफा दे दिया. 2015 में जब दोबारा दिल्ली में चुनाव हुए तो आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 सीटों में से 67 जीतकर इतिहास रच दिया. 2020 विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी को 62 सीट मिली थीं.



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