ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है.
Trending Photos
नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या का मुद्दा उठाते हुए नाथूराम गोडसे को 'नंबर-1 हिंदू रत्न आतंकवादी' बताया. औवेसी ने साथ ही चुनौती दी कि उनके इस बयान पर कोई उन्हें नोटिस देने की हिम्मत करे. इसी दौरान एआईएमआईएम अध्यक्ष ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला और उन्हें 'दुश्मन' बताया.
अब हम डरने वाले नहीं हैं
पुणे में लोगों के संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पिछले 70 सालों से मुस्लिमों ने कभी भी देश को बेचने की कोशिश नहीं की. लेकिन फिर भी उनको लगातार दबाया गया और शोषण किया गया. 'हमें पिछले 70 सालों से डराया जा रहा है. लेकिन अब हम डरने वाले नहीं हैं. ज्यादा से ज्यादा आप क्या कर सकते हैं, हमें जान से मार सकते है, तो मार दीजिए. लेकिन अगर हम जिंदा है तो यहीं जीएंगे और मरेंगे तो यहीं मरेंगे.'
Mr Modi aankhen kholo aur dimaag se apne parde hatao, aap muslim khawateeno ke humdard nahi hain, aap dushman hain humare aur humari nainsaafi ka intezaam kar rahe hain. Magar humare wazir-e-azam sunenge kya?: Asaduddin Owaisi, AIMIM in Pune #TripleTalaqBill pic.twitter.com/Orz2vlePWL
— ANI (@ANI) March 10, 2018
असदुद्दीन ओवैसी का दावा- तेलंगाना से बीजेपी और कांग्रेस को उखाड़ फेंककर ही लेंगे दम
हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने आगे कहा, भारतीय मुसलमान न तो सीरिया जाएंगे और न ही पाकिस्तान. उन्होंने कहा, 'जो पाकिस्तान जाना चाहते थे, वे पहले ही जा चुके हैं. हमारे पूर्वजों ने ब्रटिश साम्राज्य से लड़ाई की और हिंदुस्तान जिंदाबाद जैसे नारे दिए.'
भारतीय मुस्लिमों को 'पाकिस्तानी' कहने वालों को हो तीन साल की जेल, इस सांसद ने उठाई मांग
पीएम मोदी पर साधा निशाना
इस दौरान ओवैसी ने तीन तलाक का भी मुद्दा उठाया. इस पर बोलते हुए उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी आप अपनी आंखें खोलिए और दिमाग से पर्दा हटाइए. आप मुस्लिम महिलाओं के शुभचिंतक नहीं हैं. आप हमारे दुश्मन हैं और हमारी नाइंसाफी का इंतजाम कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'हमारी मां और बहनों ने जुलूस में हिस्सा लेकर जालिम हुकुमत को पैगाम दिया और हम नौजवानों को और बुजुर्गों को पैगाम दिया कि आपको भी खड़ा होना होगा शरियत के लिए.'