कांग्रेस के घमासान पर ओवैसी का बयान- 'गांधी परिवार की गुलामी छोडे़ं मुस्लिम नेता'
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कांग्रेस के घमासान पर ओवैसी का बयान- 'गांधी परिवार की गुलामी छोडे़ं मुस्लिम नेता'

गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने उन्हें बीजेपी (BJP) का साथी कहने पर नाराजगी जताई है. आजाद ने कहा, 'ये सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है. हमारे कुछ साथियों ने कहा कि ये लेटर बीजेपी के इशारे पर भेजा गया था.'

बाईं तरफ गुलाम नबी आजाद और दाईं तरफ असदुद्दीन ओवैसी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के पार्टी के अध्यक्ष का पद छोड़ने की बात कहने के बाद कांग्रेस (Congress) में घमासान मचा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक केरल के वायनाड से सांसद और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने की टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं और ऐसा करने वाले नेताओं के बीजेपी से मिले होने के आरोप लगाए हैं. सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वाले 23 नेताओं में गुलाम नबी आजाद भी शामिल हैं.

गुलाम नबी आजाद ने उन्हें बीजेपी का साथी कहने पर नाराजगी जताई है. आजाद ने कहा, 'ये सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है. हमारे कुछ साथियों ने कहा कि ये लेटर बीजेपी के इशारे पर भेजा गया था.' हालांकि गुलाम नबी आजाद ने इस बात का खंडन किया कि राहुल गांधी ने सोनिया गांधी को लेटर भेजने वाले नेताओं की बीजेपी से मिलीभगत होने की बात कही है.

इस पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'गुलाम नबी आजाद हम लोगों को बीजेपी की 'B' टीम कहते थे. अब उनकी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष कह रहे हैं कि उन्होंने चिट्ठी लिखकर बीजेपी के साथ मिलीभगत की है. कांग्रेस में अपना वक्त खराब करने मुस्लिम नेताओं को सोचना चाहिए कि आखिर कब तक वो कांग्रेस लीडरशिप की गुलामी करते रहेंगे.'

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बताया जा रहा है कि CWC की बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि जब सोनिया गांधी अस्पताल में थीं और राजस्थान में सरकार संकट में थी तब ये चिट्ठी लिखने का क्या मतलब था. इसका सीधा फायदा बीजेपी को पहुंचाना था.

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