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Ashley Telles Spy Case: जासूसी मामले में एशले टेलिस की गिरफ्तारी का India-US के रिश्तों पर कितना पड़ेगा असर? क्या खुन्नस निकालेंगे ट्रंप

India US relations: अमेरिका अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क रहता है. उसी सुरक्षा में अगर कोई सेंधमारी की कोशिश करे, ये उसे बिलकुल बर्दाश्त नहीं है. ऐसी ही सुरक्षा में सेंध की आशंका में उसने एक भारतवंशी सलाहकार को गिरफ्तार कर लिया है. इसका भारत के साथ रिश्तों पर अब आगे क्या असर पड़ सकता है? क्या हालिया तल्खी को लेकर ट्रंप इस मामले में खुन्नस निकाल सकते हैं? 

 

Ashley Telles Spy Case
Ashley Telles Spy Case

Ashley Telles news: भारतीय मूल के अमेरिकी एडवाइजर एशले टेलिस की गिरफ्तारी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. इसका असर अमेरिका-चीन के रिश्तों पर तो पड़ेगा ही, आशंका जताई जा रही कि इसकी तपिश कहीं भारत-अमेरिका के रिश्तों पर भी न पड़ जाए! 64 साल के एशले को बेहद खुफिया दस्तावेजों के साथ पकड़ा गया है. इस मुद्दे पर भारत के विदेश नीति विशेषज्ञ रोबिंदर सचदेव ने कहा कि इस घटना का भारत-अमेरिका रिश्तों पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा.

अमेरिका में सम्मानित व्यक्ति हैं एशले

अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारी एशले पर गोपनीय दस्तावेज हटाने और चीनी अधिकारियों से मिलने के आरोप लगे हैं. इस पर रोबिंदर सचदेव ने कहा कि एशले की गिरफ्तारी वाकई चौंकाने वाली है. अभी पूरे मामले की जानकारी नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि उनके पास कुछ ऐसे दस्तावेज थे जो उनके पास नहीं होने चाहिए थे. इन दस्तावेजों में अमेरिका-भारत परमाणु समझौते से जुड़ी जानकारी भी हो सकती है. एशले ने उस समय बड़ी भूमिका निभाई थी और अमेरिका में उन्हें एक सम्मानित व्यक्ति माना जाता था.

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जासूसी कहना अभी जल्दबाजी

सचदेव ने कहा कि  अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह जासूसी का मामला है. यह शायद एक सुरक्षा चूक हो सकती है. संभावना है कि उन्होंने ऐसे गोपनीय दस्तावेज अपने पास रखे, जिन्हें घर नहीं ले जाना चाहिए था. अभी जांच चल रही है. गौरतलब है कि हाल में खबरें आई थीं कि उन्होंने चीनी अधिकारियों से मुलाकात की थी और कुछ सीक्रेट पेपर्स और गिफ्ट भी दिए थे. अब यह जांच में साफ होगा कि मामला कितना गंभीर है.

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पेपर्स का गलत इस्तेमाल साबित हुआ तो गंभीर परिणाम

अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर के सवाल पर सचदेव ने कहा कि यह दिखाता है कि अमेरिकी प्रशासन अब किसी भी सूचना लीक को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रहा है. ट्रंप सरकार के तहत यह साफ किया गया है कि सीक्रेट पेपर्स का दुरुपयोग बेहद गंभीर अपराध माना जाएगा. इसलिए यह एक हाई-प्रोफाइल केस है, जहां एक वरिष्ठ अधिकारी पर कार्रवाई हुई है.

तो मामला और पेचीदा हो जाता

भारत-अमेरिका रिश्तों पर असर की बात पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इसका भारत-अमेरिका संबंधों पर कोई असर पड़ेगा. अगर एशले पर भारतीय अधिकारियों से संपर्क का आरोप होता तो मामला और पेचीदा हो जाता, लेकिन यहां बात चीन की है. इसलिए भारत पर कोई असर पड़ेगा, ऐसा मुझे नहीं लगता.

चीन पर हुआ एक्शन तो होगा रिएक्शन 

अमेरिका-चीन संबंधों पर उन्होंने कहा कि इस घटना से दोनों देशों के बीच कुछ बयानबाजी बढ़ सकती है. अगर अमेरिका चीन पर जासूसी का आरोप लगाता है तो चीन पलटवार करेगा. इससे दोनों के रिश्तों में हल्का तनाव आ सकता है, लेकिन भारत पर इसका कोई असर नहीं होगा. वैसे भी चीन और अमेरिका के बीच अभी टैरिफ को लेकर रिश्ते कुछ अच्छे नहीं चल रहे हैं. ट्रंप ने कुछ दिन पहले ही चीन को इसके गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी. 

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Rahul Vishwakarma

इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन के बाद जर्नलिज्म में मास्टर की डिग्री ली. 'अमर उजाला', 'दैनिक भास्कर' और फिर 'हिंदुस्तान' में 10 साल काम करते हुए जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई शहर...और पढ़ें

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