सुप्रीम कोर्ट ने जमानत तो दी.. मगर फटकार भी लगाई, अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान से क्या कहा?
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सुप्रीम कोर्ट ने जमानत तो दी.. मगर फटकार भी लगाई, अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान से क्या कहा?

Professor Ali Khan Case: ऑपरेशन सिंदूर पर टिप्पणी करने वाले अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोसेफर अली खान महमूदाबाद को कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी है, हालांकि इस दौरान उन्हें फटकार भी लगाई गई.   

सुप्रीम कोर्ट ने जमानत तो दी.. मगर फटकार भी लगाई, अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान से क्या कहा?

Professor Ali Khan: हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कानूनी पचड़े में फंसे अशोका यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोसेफर अली खान महमूदाबाद को कोर्ट से थोड़ी राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने प्रोफेसर को अंतरिम जमानत दी है. इसके अलावा मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय SIT भी बनाई है. इसमें एक महिला अधिकारी भी शामिल होगी. कमेटी बनाने का आदेश हरियाणा के DGP को दिया गया है. 

प्रोफेसर की तरफ से पेश हुए कपिल सिब्बल 
मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकील कपिल सिब्बल प्रोफेसर की ओर से पेश हुए. सिब्बल ने कहा कि प्रोफेसर अली खान का फेसबुक पोस्ट देश के खिलाफ न होकर एक देशभक्ति का बयान है. इसपर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा,'  क्या ये राजनीतिक बयान नहीं लगता?' उन्होंने कहा,' हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का अधिकार है. ऐसे वक्त पर इस तरह का बयान क्यों देना है. क्या इसके जरिये लोकप्रियता पाने की कोशिश है?' सिब्बल ने कहा कि प्रोफेसर का यह बयान सैन्य बलों के अपमान का नहीं है. उन्होंने अपना बयान जय हिंद के साथ खत्म किया है. 

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कोर्ट ने लगाई प्रोफेसर को फटकार 
जस्टिस सूर्यकांत ने मामले को लेकर कहा कि प्रोफेसर पढ़े-लिखे आदमी हैं. वे अपनी बात रखने के लिए सम्मानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं. अदालत ने कहा कि प्रोफेसर अली खान के खिलाफ जांच पर रोक का कोई आधार नहीं बनता है. वहीं कोर्ट ने अली खान को अंतरिम जमानत देते हुए हरियाणा के DGP से कहा कि वे 3 IPS अधिकारियों की टीम का गठन करें. साथ ही कोर्ट ने प्रोफेसर को हिदायत दी कि वे आगे से विवादित पोस्ट को  लेकर ऑनलाइन पोस्ट नहीं लिखेंगे और ना ही कोई बयान देंगे. साथ ही उन्हें पासपोर्ट सरेंडर करने के लिए भी कहा गया.   

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कौन हैं प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद  
बता दें कि साल 1982 में अली खान महमूदाबाद उत्तर प्रदेश के महमूदाबाद रियासत के शाही खानदान से आते हैं. वर्तमान में हरियाणा के सोनीपत में अशोका यूनिवर्सिटी में पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट के चीफ हैं. वह शाही और राजनीतिक परिवार से आते हैं. उनके दिवंगत पिता को मोहम्मद आमिर मोहम्मद खान को महमूदाबाद के राजा साहेब के नाम से जाना जाता है. उन्होंने दशकों तक शत्रु संपत्ति अधिनियम के तहत जब्त हुई कई संपत्तियों पर कानूनी लड़ाई लड़ी थी. प्रोफेसर अली खान के दादा मोहम्मद आमिर अहमद खान महमूदाबाद के आखिरी शासक थे. वह ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के प्रमुख सदस्य थे और जिन्ना के करीबी सहयोगी थे. प्रोफेसर ने अपनी शुरुआती शिक्षा लखनऊ के ला मार्टिनियर से की थी. उन्होंने सीरिया के दमिश्क यूनिवर्सिटी में अरबी की पढ़ाई की है. 

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