Goa News: डीजीपी राज्य के पुलिस का मुखिया होता है. राज्य स्तर पर कानून व्यवस्था को ठीक से बनाए रखना उसकी जिम्मेदारी होती है. लेकिन जब डीजीपी ही एक इंटेलिजेंस अफसर की बीबी के लिए अपनी पुलिस को धमका दे तो कानून व्यवस्था भगवान भरोसे ही है!
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Assagao House Demolition Case: गोवा पुलिस द्वारा 'असगाओ हाउस' को ध्वस्त करने के बाद जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अंजुना पुलिस ने राज्य के मुख्य सचिव को सौंपे एक रिपोर्ट में कहा है कि घर को ध्वस्त करने के लिए उन पर राज्य के डीजीपी ने दबाव डाला था.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अंजुना पुलिस ने कहा है कि गोवा के परिवार के कब्जे वाले असगाओ घर को ध्वस्त करने की अनुमति देने के लिए राज्य के डीजीपी जसपाल सिंह ने दबाव डाला था. अंजुना पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि डीजीपी द्वारा यह दबाव इसलिए डाला गया ताकि एक सीनियर खुफिया अधिकारी की पत्नी और मुंबई निवासी पूजा शर्मा को संपत्ति हासिल करने में मदद मिल सके.
परिणाम भुगतने की चेतावनी
रिपोर्ट में कहा गया है कि पूजा के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने का आदेश देने के अलावा डीजीपी ने अंजुना पुलिस अधिकारियों को धमकी दी कि अगर "विध्वंस कार्य" को जारी रखने की अनुमति नहीं दी गई तो उन्हें "परिणाम भुगतने" होंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक, जब अंजुना पुलिस ने विध्वंस को रोकने की कोशिश की तो "डीजीपी चिल्लाने लगे" और कहा कि इसे किसी भी कीमत पर ध्वस्त किया जाना चाहिए. डीजीपी ने यह भी आदेश दिया था कि यदि कोई व्यक्ति तोड़फोड़ में बाधा डाल रहा है तो उन्हें पुलिस स्टेशन लाया जाए.
एसआई और पीएसआई निलंबित
शनिवार को पुलिस द्वारा 'असगाओ हाउस' को तोड़ने के बाद से ही यह चर्चा का विषय बना हुआ है. राज्य सरकार ने इस घर के पुनर्निर्माण कराने का आदेश दिया है और मुख्य सचिव के नेतृत्वव में जांच के आदेश दिए हैं. इस घटना में अंजुना पुलिस इंस्पेक्टर प्रशाल देसाई, पीएसआई नितिन नाइक को निलंबित कर दिया गया है.