Assam flood: बाढ़ पीड़ितों की राहत सामग्री में हो रहा था घोटाला, भरी मीटिंग में CM ने किया ऐसा खुलासा
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Assam flood: बाढ़ पीड़ितों की राहत सामग्री में हो रहा था घोटाला, भरी मीटिंग में CM ने किया ऐसा खुलासा

Assam flood update: वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान ही हिमांता बिस्वा सरमा ने सबके सामने राहत कार्यों में हो रहे घोटाले का भंडाफोड़ किया. सीएम ने बताया कि बरपेटा में बाजार से कम दामों में राहत का अनाज खरीदे जाने की सूचना मिली है. अब तक बाढ़ से पीड़ित गांव वालों को थोड़ा सी राहत सामग्री देकर ज्यादा बिल बनाया जाता था. 

Assam flood: बाढ़ पीड़ितों की राहत सामग्री में हो रहा था घोटाला, भरी मीटिंग में CM ने किया ऐसा खुलासा

Assam flood latest news (Input: Samit sengupta): असम में बाढ़ पीड़ितों को दी जाने वाली राहत सामग्री की खरीद में धांधली का मामला सामने आया है. हैरानी की बात यह है कि यह घोटाला खुद मुख्यमंत्री हिमांता बिस्वा सरमा ने पकड़ा है. सरकार को राहत सामग्री बेचने वाले ठेकेदारों की गिरफ्तारी के आदेश दिए गए हैं. साथ ही अतिरिक्त मुख्य सचिव को इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. राज्य में बाढ़ की स्थिति पर मुख्यमंत्री हिमांता बिसवा सरमा ने  गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बाढ़ से प्रभावित हर जिले के डिप्टी कमिश्नरों के साथ बातचीत की. करीब आधा घंटे चली मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री ने बरपेटा जिले के डिप्टी कमिश्नर को बुलाया.

मीटिंग में मुख्यमंत्री ने किया खुलासा

वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान ही हिमांता बिस्वा सरमा ने सबके सामने राहत कार्यों में हो रहे घोटाले का भंडाफोड़ किया. सीएम ने बताया कि बरपेटा में बाजार से कम दामों में राहत का अनाज खरीदे जाने की सूचना मिली है. अब तक बाढ़ से पीड़ित गांव वालों को थोड़ा सी राहत सामग्री देकर ज्यादा बिल बनाया जाता था. इस बार शहरी इलाके में जब पानी भर आया और उन्हें राहत की जरूरत थी, तब इस धांधली का खुलासा हुआ है.

उन्होंने अधिकारियों से कहा, 'आपने जब राहत सामग्री खरीदने के लिए टेंडर बुलाया उस पर कुछ ठेकेदारों ने चावल, तेल जैसी राहत सामग्री पर बाजार से कम दाम कोट किया. मैं जब खुद बरपेटा में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने वहां पर पहुंचा था तब इस धांधली के बारे में हमें पता चला. मैं भी सोच में पड़ गया कि कम दाम में कैसे कोई सामान दे सकता है? यह घोटाला गांव में हुआ करता था, हमें पता चला कि गांव में राहत के लिए एक बस्ता सामान देकर सात बस्ता सामान का बिल बनाया जाता रहा क्योंकि इस बार बरपेटा टाउन में भी लोग बाढ़ से प्रभावित हुए, तब जाकर यह बात हमें पता चली. अब जबकि और राहत सामग्री खरीदने की जरूरत है तब सारे ठेकेदारों ने अपने फोन बंद कर दिए हैं. इन सभी की गिरफ्तारी करने की आदेश दे रहा हूं, मैं राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव को इस विषय में जांच का भी आदेश दे रहा हूं.'

बाढ़ से 31 लाख लोग प्रभावित

असम में बाढ़ से अभी भी 26 जिले में प्रभावित हैं. इन जिलों में करीब 31 लाख लोग आपादा की तबाही झेल रहे हैं. अब तक असम में बाढ़ से 133 लोगों की मौत हो गई  जबकि 18 लोगों की मौत भूस्खलन के कारण हुई है. सिर्फ पिछले 24 घंटे में 12 लोगों की मौत हुई है. प्रशासन की तरफ से स्थिति में सुधार की बात भी कही जा रही है.

इधर बुधवार रात को मणिपुर के टुपुल इलाके में अचानक भूस्खलन से अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक जिरिबम से इम्फाल के बीच रेलवे लाइन कंस्ट्रक्शन साइट पर बुधवार रात अचानक से भूस्खलन के कारण 70 से भी ज्यादा लोग मलबे के नीचे आ गए. इनमें से अब तक 18 लोगों को बचाया जा सका. अभी भी करीब 45 लोग लापता हैं.

कंस्ट्रक्शन साइट की सुरक्षा के लिए इस जगह पर टेरिटोरियल आर्मी की तैनाती थी. मलबे में सबसे ज्यादा इसी आर्मी के जवान फंसे हुए हैं. घटना के तुरंत बाद भारतीय सेना की तरफ से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. मुख्यमंत्री वीरेंद्र सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे थे. भारी बारिश के कारण राहत और बचाव कार्य में रुकावट आ रही है.

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