असम हत्याकांड: ULFA ने किया संलिप्तता से इनकार, शनिवार को जारी रहेगा बंद
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असम हत्याकांड: ULFA ने किया संलिप्तता से इनकार, शनिवार को जारी रहेगा बंद

आतंकियों ने बंगाली मूल के एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी है.

इस घटना में एक शख्स किसी तरह बच गया, जिसने आपबीती बताई.

गुवाहाटी: असम पुलिस ने तिनसुकिया जिले में एक ही परिवार के तीन सदस्यों समेत पांच लोगों की हत्या में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए शुक्रवार को ‘‘व्यापक खोज अभियान’’ शुरू किया. पुलिस ने संदेह जताया था कि बंदूकधारी उल्फा (इंडीपेंडेंट) गुट के है लेकिन संगठन ने अपनी संलिप्तता से इनकार कर दिया. हमलावरों के एक समूह ने गुरुवार को रात करीब आठ बजे छह लोगों को खेरोनिबाड़ी गांव में बुलाया. इसके बाद वे उन्हें इलाके में धोला सदिया पुल लेकर गए और उन पर अंधाधुंध गोलियां चला दी जिनमें से पांच की मौके पर ही मौत हो गई. इनमें से एक पुल से गिर गया और गोलीबारी से बच गया.

पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया और अतिरिक्त डीजीपी मुकेश घटना के तुरंत बाद कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए तिनसुकिया पहुंचे. गुवाहाटी में मीडिया से बातचीत में सैकिया ने कहा, ‘‘आरोपियों को पकड़ने के लिए व्यापक खोज अभियान चलाया गया है. घटना में शामिल किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा. गत रात के बाद से हमने दोषियों को पकड़ने के लिए कई अभियान शुरू किए हैं.’’ 

हत्याओं में उल्फा गुट की संलिप्तता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे ही कोई नाम नहीं ले सकते. हम कानून के अनुसार कार्रवाई करेंगे. घटना में बचे इकलौते व्यक्ति की पहचान सहदेव नामसुद्र ने शुक्रवार सुबह पत्रकारों को बताया कि वह ‘‘सौभाग्य से बच’’ गया क्योंकि वह पुल के किनारे से गिर गया जहां बंदूकधारियों ने छह लोगों को खड़ा किया और उन्हें गोली मार दी. हालांकि उसे चोटें नहीं आई लेकिन वह डर से बेहोश हो गया था.

सहदेव ने दावा किया होश में आने पर उसने पाया कि पांच लोगों में से एक अब भी जिंदा है लेकिन कोई मदद मिलने से पहले ही उसकी मौत हो गई. उल्फा (आई) के प्रचार विभाग के सदस्य रोमेल असम ने यहां पीटीआई-भाषा को ई-मेल के जरिए दिए बयान में कहा, ‘‘उल्फा(आई) सभी संबंधित अधिकारियों को यह स्पष्ट करना चाहता है कि हमारे संगठन की गत रात हुई गोलीबारी की घटना में कोई संलिप्तता नहीं है.’’ 

गुरुवार रात को हुए हमले के मद्देनजर राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. मुख्यमंत्री ने सभी पुलिस उपायुक्तों और अधीक्षकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. ‘‘निर्दोष लोगों की हत्या’ की निंदा करते हुए सोनोवाल ने कहा, ‘‘इस नृशंस हिंसा के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हम ऐसे कायरतापूर्ण कृत्यों को बर्दाश्त नहीं करेंगे.’’जल संसाधन मंत्री केशव महंत और बिजली मंत्री तपन गोगोई स्थिति का जायजा लेने के लिए जिले में हैं. 

राज्य में राजनीतिक दलों और संगठनों ने हत्या की निंदा की है और दोषियों को तत्काल पकड़ने की मांग की है. हमले के खिलाफ ऑल असम बंगाली फेडरेशन ने शुक्रवार को बंद आहूत किया. पुलिस ने बताया कि सड़कों से वाहन नदारद हैं और दुकानें बंद हैं. सुबह नौ बजे तक किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है. इस बीच, कृषक मुक्ति संग्राम समिति के नेता अखिल गोगोई ने कहा कि गुरुवार के हमले के लिए कोई ‘‘तीसरी ताकत’’ जिम्मेदार हो सकती है. स्थानीय टीवी चैनल से बातचीत में गोगोई ने कहा, ‘‘हत्या में कोई तीसरी ताकत भी शामिल हो सकती है क्योंकि कुछ भाजपा, आरएसएस और कांग्रेस के नेता असमी-बंगाली समुदाय के सौहार्द्र के खिलाफ उत्तेजक टिप्पणी कर रहे हैं.’

(इनपुट-भाषा)

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