गुवाहाटी/आइजोल: असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के अचानक बढ़ने से असम पुलिस के कम से कम छह जवानों की मौत हो गई और एक SP समेत 80 लोग घायल हो गए. दोनों पक्षों ने हिंसा के लिए एक-दूसरे की पुलिस को जिम्मेदार ठहराया और केंद्र के हस्तक्षेप की मांग की. इस मामले को लेकर असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के बीच सार्वजनिक रूप से कहासुनी भी हुई है. हिंसा के बाद तनाव के बीच असम और मिजोरम के बीच विवादित सीमा पर सीआरपीएफ की दो कॉनवॉय तैनात की गई हैं. 


फायरिंग पथराव में 80 लोग घायल 


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सीमापार से लगातार हो रही गोलीबारी (Firing) के बीच जंगल में मौजूद असम पुलिस (Assam Police) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कछार के SP निंबालकर वैभव चंद्रकांत समेत कम से कम 80 लोग गोलीबारी और पथराव में घायल हो गए हैं. SP वैभव चंद्रकांत ICU में हैं.  असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा (Assam CM Himanta Biswa Sarma) ने ट्वीट किया, 'मुझे यह सूचित करते हुए बहुत दुख हो रहा है कि असम-मिजोरम सीमा (Assam-Mizoram border) पर हमारे राज्य की संवैधानिक सीमा की रक्षा करते हुए असम पुलिस के छह बहादुर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.'


 



 


एक एसपी को भी लगी गोली


वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सीमा पार से उपद्रवियों ने उस समय अचानक गोलीबारी शुरू कर दी, जब दोनों पक्षों के सिविल अधिकारी मतभेदों को सुलझाने के लिए बातचीत कर रहे थे. गोलीबारी में हमारे एसपी भी घायल हो गए और एक गोली उनके पैर में लगी.'


शाह ने असम, मिजोरम के मुख्यमंत्रियों से बात की


दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सोमवार को असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों से दोनों राज्यों के बीच चल रहे सीमा विवाद पर बात की और उनसे विवाद का शांतिपूर्ण समाधान सुनिश्चित करने को कहा. सूत्रों के मुताबिक असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा के साथ टेलीफोन पर अलग-अलग बातचीत के दौरान शाह ने उनसे अंतरराज्यीय सीमा पर शांति बनाए रखने को कहा.


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दोनों मुख्यमंत्री ट्विटर पर भिड़े


 गृह मंत्री ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि सीमा विवाद को आपसी सहमति से हल करें. दोनों मुख्यमंत्रियों ने गृह मंत्री को आश्वासन दिया है कि शांति सुनिश्चित करने और सीमा मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. सूत्रों ने कहा कि दोनों राज्यों के पुलिस बलों के विवादित स्थल से लौटने की उम्मीद है. हालांकि संघर्ष के बाद विवादित असम-मिजोरम सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई. दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच सोमवार को ट्विटर पर वाकयुद्ध छिड़ गया.


क्या है विवाद?


बता दें, असम के बराक घाटी के जिले कछार, करीमगंज और हैलाकांडीए मिजोरम के तीन जिलों आइजोल, कोलासिब और मामित के साथ 164 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं. एक क्षेत्रीय विवाद के बाद, अगस्त 2020 और फरवरी में अंतर-राज्यीय सीमा पर झड़पें हुईं. असम के मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर घोषणा की कि कछार जिले में अंतर-राज्यीय सीमा पर मिजोरम की ओर से 'उपद्रवियों' द्वारा की गई गोलीबारी में असम पुलिस के छह जवान मारे गए.


मिजोरम के गृह मंत्री का दावा


हालांकि, मिजोरम के गृह मंत्री लालचमलियाना ने एक बयान में कहा कि असम के 200 से अधिक पुलिसकर्मियों ने सीआरपीएफ की चौकी पार कर आगजनी, हमले और निहत्थे लोगों पर गोलीबारी की, जिसके बाद मिजोरम पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. मिजोरम के गृह मंत्री लालचमलियाना ने अपने बयान में कहा कि शाह के हस्तक्षेप के बाद, असम पुलिस उस जगह से हट गई है और ड्यूटी पोस्ट सीआरपीएफ कर्मियों को वापस सौंप दी गई है. 


(इनपुट एजेंसी भाषा के साथ)


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