GROUND REPORT: भारत-जापान सम्‍मेलन की तैयारियों पर पड़ रही CAB के विरोध की छाया
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GROUND REPORT: भारत-जापान सम्‍मेलन की तैयारियों पर पड़ रही CAB के विरोध की छाया

नागरिकता संशोधन बिल (CAB) के संसद के दोनों सदनों में पारित होने के बाद असम में इसका भारी विरोध हो रहा है.

GROUND REPORT: भारत-जापान सम्‍मेलन की तैयारियों पर पड़ रही CAB के विरोध की छाया

गुवाहाटी: नागरिकता संशोधन बिल (CAB) के संसद के दोनों सदनों में पारित होने के बाद असम में इसका भारी विरोध हो रहा है. इन विरोध-प्रदर्शनों की छाया भारत और जापान के नेताओं की शिखर-वार्ता पर भी पड़ती दिख रही है. दरअसल 15-17 दिसंबर तक जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे तीन दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी बातचीत गुवाहाटी में ही होनी है. इसके चलते गुवाहाटी को पीले रंग से सजाया-संवारा जा रहा है. शहर सड़क किनारे दीवारों की पीले रंग से पुताई की गई है. लेकिन CAB का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर इन दीवारों को नुकसान पहुंचाया है और उन पर नो कैब के नारे लिखे हैं.

उधर शिंजो आबे की भारत यात्रा के मुद्दे पर जापान के चीफ सेक्रेटरी योशिहिडे सुगा ने कहा कि प्रधानमंत्री भारत जाने की तैयारियां कर रहे हैं लेकिन हमको वहां की स्थिति को भी देखने की जरूरत है.

इस बीच असम में आज सुबह से हिंसा की कोई घटना दर्ज की गई है. गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में कर्फ्यू में कुछ घंटों की राहत दी गई है. गुवाहाटी में सुबह 6 से दोपहर 1 बजे तक कर्फ्यू में राहत दी गई है. इसी तरह डिब्रूगढ़ में सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है. हालांकि हिंसा की किसी भी वारदात को रोकने के लिए आर्मी और अर्द्धसैनिक बलों की टुकडि़यां फ्लैग मार्च कर रही हैं. जो यात्री वहां फंसे हैं वो इस समय में निकल सकते हैं. आंदोलनकारी आज से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं. इनकी एक ही मांग है कि नागरिकता संसोधन बिल को वापस लिया जाए. हालांकि तेजपुर, जोरहाट सहित दस जिलों में अभी भी कर्फ्यू लागू है. इंटरनेट सेवा अभी बंद है.

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प्रधानमंत्री मोदी की अपील
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पूर्वोत्तर, विशेषकर असम के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि किसी भी कीमत में उनके हितों की रक्षा की जाएगी. धनबाद में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "बाबा भोलेनाथ के स्थान से मैं असम सहित पूर्वोत्तर के लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि उनकी संस्कृति, मान्यताओं और भाषा पर किसी प्रकार का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उनके हितों की रक्षा की जाएगी."

उन्होंने कहा, "मैं उन्हें विश्वास दिलाना चाहता हूं कि वह पूर्वोत्तर के विकास के लिए प्रतिबद्ध मोदी सरकार पर भरोसा रखें, अपने सेवक पर भरोसा रखें. पूर्व प्रधानमंत्रियों से कही ज्यादा बार मैंने पिछले पांच वर्षो में पूर्वोत्तर का दौरा किया है."

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "सीएबी (नागरिक संशोधन विधेयक) को लेकर कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां भ्रम पैदा कर रही हैं. मैं पूर्वोत्तर की जनता से अपील करता हूं कि वे इन लोगों के बहकावे में ना आएं. असम के हितों की रक्षा की जाएगी. हमें असम की संस्कृति पर गर्व है."

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