केंद्र सरकार की महत्‍वाकांक्षी उड़ान-3 योजना की नीलामी प्रक्रिया हुई पूरी
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केंद्र सरकार की महत्‍वाकांक्षी उड़ान-3 योजना की नीलामी प्रक्रिया हुई पूरी

सूत्रों की मानें तो अगले 10 दिन में काउंटर बिडिंग (नीलामी) प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी.

केंद्र की महत्‍वाकांक्षी योजना है उड़ान. फाइल फोटो

नई दिल्‍ली : आम आदमी को हवाई सफर मुहैया कराने और देश के छोटे शहरों व दूरदराज क्षेत्रों को हवाई मार्ग से जोड़ने वाली केंद्र सरकार की महत्‍वाकांक्षी योजना उड़ान-3 की नीलामी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. इसकी नीलामी प्रक्रिया 19 नवंबर को पूरी हुई है. अब सरकार इसकी काउंटर बिडिंग की प्रक्रिया की ओर आगे बढ़ेगी.

सूत्रों की मानें तो अगले 10 दिन में काउंटर बिडिंग (नीलामी) प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी. इसके बाद विमानन मंत्रालय सबसे कम वायबिलिटी गैप फंडिंग की मांग रखने वाली एयरलाइन को उड़ान 3 के तहत रूट आवंटित कर देगा. सूत्रों की मानें तो अगले साल 10 जनवरी को उड़ान 3 के नतीजे सामने आ जाएंगे. नतीजों के साथ ही पता चल जाएगा कि किन नए रूट या इलाकों को हवाई मार्ग से जोड़ा जाएगा और किस एयरलाइन को ये रूट आवंटित होगा.

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सूत्रों की मानें तो उड़ान 3 या फिर रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तीसरे चरण की सबसे बड़ी खासियत इस बार सी प्लेन को शामिल किया जाना है. सरकार तीसरे चरण में देश के तमाम पर्यटन स्‍थलों को हवाई मार्ग से जोड़ने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है. यही वजह है कि पहली बार इसमें समुद्री हवाई जहाज को शामिल किया जाना है.

सूत्रों के मुताबिक उड़ान 3 योजना में देश की लगभग सभी एयरलाइन जैसे इंडिगो, स्‍पाइसजेट, एयर इंडिया ने हिस्सा लिया है. खास बात ये कि स्‍पाइसजेट ही फिलहाल देश की इकलौती एयरलाइन है जो सी प्लेन को लेकर ट्रायल कर चुकी है और देश में जल्द सी प्लेन लाने की तैयारी कर रही है.

तो वहीं दूसरी तरफ इंडिगो एयरलाइन भी 150 ATR एयरक्राफ्ट आर्डर के जरिये रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में दबदबा बढ़ाना चाहती है. इसके पहले, उड़ान के पहले चरण में मार्च 2017 में 5 एयरलाइन को 128 रूट आवंटित किए गए थे. जबकि दूसरे चरण में जनवरी 2018 में 15 एयरलाइंस (हेली सर्विसेज भी शामिल) को 3285 रूट आवंटित किए गए थे.

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