बिहार कैबिनेट विस्तारः JDU से ज्यादा होंगे RJD के मंत्री, तेजप्रताप को मिलेगा अहम जिम्मा?
Advertisement

बिहार कैबिनेट विस्तारः JDU से ज्यादा होंगे RJD के मंत्री, तेजप्रताप को मिलेगा अहम जिम्मा?

Bihar Cabinet Expansion: बिहार में महागठबंधन के सत्ता में आने के बाद नीतीश कैबिनेट का विस्तार आज मंगलवार को होना. तय माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में जदयू से ज्यादा राजद के मंत्री होंगे. तेजप्रताप यादव को भी अहम जिम्मेदारी मिल सकती है.

बिहार कैबिनेट विस्तारः JDU से ज्यादा होंगे RJD के मंत्री, तेजप्रताप को मिलेगा अहम जिम्मा?

Bihar Cabinet Expansion: राजद और जदयू की नई सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार आज यानि 16 अगस्त को होना तय है. महागठबंधन की नई सरकार में कैबिनेट विस्तार पर सहमति बन गई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक नई सरकार का कैबिनेट विस्तार मंगलवार सुबह 11.30 बजे होगा. वहीं कहा जा रहा है कि नई कैबिनेट में एक बार फिर तेज प्रताप यादव को मंत्री बनाया जा सकता है. यह भी कहा जा रहा है कि राजद को 16 मंत्रालयों का बड़ा हिस्सा, जद (यू) को 11 मंत्री और कांग्रेस को दो मंत्री मिल सकते हैं. कुल मिलाकर 31 मंत्री नीतीश कैबिनेट में शपथ ले सकते हैं.

जदयू को मिल सकते हैं ये विभाग?

जद (यू) के पास गृह, सतर्कता, शिक्षा, भवन निर्माण, अल्पसंख्यक मामले, समाज कल्याण और जल संसाधन विभाग, वित्त, वाणिज्यिक कर, स्वास्थ्य, सड़क निर्माण, आपदा प्रबंधन, और पर्यावरण-वन जैसे विभाग होने की संभावना है. राजद खेमे से संभावित मंत्रियों की सूची में तेज प्रताप यादव, सुरेंद्र यादव, रामानंद यादव, भाई वीरेंद्र, ललित यादव, अनीता देवी, कुमार सर्वजीत, आलोक मेहता, मोहम्मद शमीम, शाहनवाज आलम, सुधाकर सिंह और समीर महासेठ या संजय गुप्ता शामिल हैं.

इन दलों को मौका नहीं?

बताया जा रहा है कि सीपीआई-एमएल, सीपीआई और सीपीएम को कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई है. दरअसल, महागठबंधन में कुल सात दल हैं, जदयू, राजद, कांग्रेस, भाकपा-माले, हम, भाकपा और सीपीएम.

महागठबंधन को 164 विधायकों का समर्थन

नीतीश कुमार ने दावा किया था कि सत्तारूढ़ गठबंधन को 164 विधायकों और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन प्राप्त है. बिहार विधान सभा की ताकत 243 है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि विधानसभा का नया अध्यक्ष राजद से होगा. अवध बिहारी चौधरी और आलोक कुमार मेहता के नाम स्पीकर पद के लिए चर्चा में हैं. महागठबंधन सरकार 24 अगस्त को शक्ति परीक्षण के लिए जाएगी. विधानसभा का विशेष सत्र दो दिनों के लिए बुलाया गया है. सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों द्वारा एक नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाना है. महागठबंधन के विधायकों ने भी मौजूदा सरकार के खिलाफ 'अविश्वास' प्रस्ताव पेश किया है.

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Trending news