बोकारो के 100 आंगनबाड़ी केंद्रों का जल्द होगा कायाकल्प: उपायुक्त
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बोकारो के 100 आंगनबाड़ी केंद्रों का जल्द होगा कायाकल्प: उपायुक्त

सीसीएल के महाप्रबंधक (सीएसआर) ए.के. सिंह और जिला समाज कल्याण पदाधिकारी  मनीषा वत्स के बीच 150 करोड़ रु का एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया.

150 करोड़ रुपए के एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ है.

बोकारो: झारखंड के बोकारो जिले के एक सौ आंगनबाड़ी केंद्रों बहुत जल्द कायाकल्प होगा. जिला प्रशासन ने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में बेहतर माहौल और रंग रोगन बच्चों को आकर्षित करने वाली चित्रकारी से सुसज्जित भवन बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. ताकि बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों में समय बिताने के लिए आकर्षित हो.

उपायुक्त मुकेश कुमार के प्रयास से आज सीसीएल और जिला प्रशासन के बीच एमओयू हस्ताक्षरित किया गया. इसके तहत सीसीएल ने अपने सीएसआर मद से एक सौ आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प करने के उद्देश्य से सीसीएल के महाप्रबंधक (सीएसआर) ए.के. सिंह और जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मनीषा वत्स के बीच 150 करोड़ रु का एमओयू (MOU) पर हस्ताक्षर किया गया.

मुकेश कुमार ने बताया कि, चालू वित्तीय वर्ष में बच्चों को बेहतर वातावरण और माहौल देने के उद्देश्य से जिले के 500 आंगनवाड़ी केंद्रों के जीर्णोद्धार और सुसज्जित बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस कड़ी में सीसीएल द्वारा उपलब्ध कराई जा रही, धनराशि से एक सौ आंगनबाड़ी केंद्रों कायाकल्प का कार्य बहुत जल्द शुरू कर दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि, जिले के अन्य बड़ी कंपनियों से भी इससे कार्य में सहयोग करने की अपील की है, ताकि शेष बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों का भी जीर्णोद्धार किया जा सके.

सीसीएल के महाप्रबंधक (सीएसआर) ए.के. सिंह ने कहा कि सीएमडी गोपाल सिंह के मार्गदर्शन से सीएसआर के मद से लगातार जनहित में कार्य किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में एक सौ आंगनबाड़ी केंद्रों के जीर्णोद्धार के लिए बोकारो जिला प्रशासन को डेढ़ करोड़ रुपए उपलब्ध कराया जाएगा.

इसके लिए आज एमओयू पर हस्ताक्षर कर दिया गया है. उन्होंने बताया, इसके अलावा सीसीएल के सीएसआर मद से रामगढ़, हजारीबाग, रांची और लातेहार में भी जनहित के कार्य किए जा रहे हैं. उन्होंने आश्वस्त किया कि, सीसीएल आगे भी बोकारो जिला प्रशासन को हर संभव सहयोग करती रहेगी.

गोमिया, चंद्रपुरा, बेरमो तथा नावाडीह प्रखंड से 25-25 आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प किया जाना है, जिसका काम जल्द ही शुरू की जाएगी.