बाढ़ से कराह रहा बिहार, 14 जिले बुरी तरह ग्रस्त, 56 लाख से अधिक लोग प्रभावित
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बाढ़ से कराह रहा बिहार, 14 जिले बुरी तरह ग्रस्त, 56 लाख से अधिक लोग प्रभावित

कुल 114 ब्लॉक के 1082 पंचायतों में बाढ़ की पानी घुसा है. कुल 56 लाख 53 हजार 704 लोग बाढ़ में फंसे हैं. जबकि, 418490 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

बिहार के 14 जिले अभी बाढ़ से प्रभावित हैं.(फाइल फोटो)

पटना: बिहार बाढ़ और कोरोना से कराह रहा है. जानकारी के मुताबिक, बिहार के 14 जिले अभी बाढ़ से प्रभावित हैं. इसमें सीतामढ़ी, सिवान, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, खगड़िया, सारण, समस्तीपुर, सिवान और मधुबनी बाढ़ की चपेट में आए हैं.

वहीं, कुल 114 ब्लॉक के 1082 पंचायतों में बाढ़ की पानी घुसा है. कुल 56 लाख 53 हजार 704 लोग बाढ़ में फंसे हैं. जबकि, 418490 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. राज्य में कुल 19 राहत शिविर चल रहे हैं, जिसमें 17,554 लोगों निवास कर रहे हैं.

इसके साथ ही, सरकार द्वारा 1358 सामुदायिक किचन चलाए जा रहे हैं. इसमें 943293 लोग सामुदायिक किचन में भोजन कर रहे हैं. 13 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. वहीं, 20 पशु की भी जान गई हैं. बचाव कार्य में  एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की 31 कंपनियां लगी हुई हैं.

वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) लगातार बाढ़ और कोरोना की स्थिति को लेकर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सरकार पर हमलावर हैं. सोमवार को सदन की कार्यवाही के दौरान तेजस्वी ने कहा कि, लगभग 54 लाख की आबादी बाढ़ (Flood) से प्रभावित है. भयावह स्थिति बनी हुई है. हमारे कहने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. कोरोना का संकट है तो, मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से भी स्थिति का जायजा ले सकते थे.

आरजेडी नेता ने कहा कि, 54 लाख लोग प्रभावित हैं और आपके अनुसार यदि कम्युनिटी किचन जो बताए जा रहे हैं, उसमें 29000 लोगों की मात्र व्यवस्था हो सकती है. ऐसे में समझा जा सकता है कि, लोगों का दुख दर्द कौन बांटेगा. बाढ़ को भी भ्रष्टाचार का जरिया बना दिया गया है. बाढ़ को यह लोग निमंत्रण देते हैं और समय रहते इसको लेकर कोई काम नहीं करते हैं.