बिहार: 2345 में 1409 प्रवासी श्रमिक कोरोना मरीज, जानें कहां से आए लोग अधिक संक्रमित
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बिहार: 2345 में 1409 प्रवासी श्रमिक कोरोना मरीज, जानें कहां से आए लोग अधिक संक्रमित

मई में कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि हुई है. दरअसल, प्रवासियों श्रमिकों के बिहार आने के बाद से कोरोना का संक्रमण राज्य में तेजी से बढ़ा है. 

प्रवासी श्रमिकों के बिहार आने के बाद से कोरोना का संक्रमण राज्य में तेजी से बढ़ा है.

पटना: बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. खासकर मई में कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि हुई है. दरअसल, प्रवासी श्रमिकों के बिहार आने के बाद से कोरोना का संक्रमण राज्य में तेजी से बढ़ा है. 

बिहार में सिर्फ प्रवासी कोरोना मरीजों की संख्या फिलहाल 1409 है. वहीं, पूरे राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2345 तक पहुंच गई है. वहीं, प्रवासी श्रमिकों में दिल्ली के कोरोना मरीजों की संख्या 363 है. दिल्ली के बाद महाराष्ट्र से आए प्रवासी श्रमिक सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इनकी संख्या 326 है. वहीं, गुजरात से आने वाले 236, हरियाणा  से आए 115 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. 

वहीं, अगर पश्चिम बंगाल की बात करें तो वहां के 67, यूपी के 66, तेलंगाना के 62, राजस्थान के 61, तमिलनाडु-पंजाब से पहुंचने वाले 20, कर्नाटक के 24, आंध्रप्रदेश के 8 , चंडीगढ़ के 4,छत्तीसगढ़ के 6, झारखंड के 8, हिमाचल प्रदेश के 1, केरल के 3, मध्यप्रदेश के 15 और ओडिसा-उत्तराखंड से पहुंचने वाले दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.

आपको बता दें कि प्रवासी श्रमिकों में कोरोना पॉजिटिव आंकड़ों को देखने के बाद बिहार में आपदा प्रबंधन ने प्रवासी श्रमिकों को दो कैटेगरी में बांट दिया गया है. कैटेगरी क में सूरत, मुंबई, अहमदाबाद, पुणे, दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरूग्राम, नोएडा, कोलकाता और बेंगलुरू से आनेवालों को रखा है.  

वहीं, कैटेगरी ख में देश के दूसरे शहरों से आएनेवालों को रखा गया है. आपको बता दें कि बिहार में बड़ी संख्या में 3 मई के बाद से प्रवासी और मजदूर आ रहे हैं. जो प्रवासी मजदूर कैटेगरी क में आएंगे उन्हें प्रखंड स्तर पर संचालित क्वारंटीन सेंटरों में 14 दिनों तक रखा जाएगा. उसके बाद अगर उनमें कोई कोरोना का लक्षण नहीं दिखता है तो अगले 7 दिनों तक वो होम क्वारंटाइन में रहेंगे.

साथ ही जो मजदूर कैटेगरी ख में हैं, उन्हें तब सीधे होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा जब उनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं हो. अगर कैटेगरी ख में आने वाले कोई मजदूर कैटेगरी क में संपर्क में आए होंगे तो वैसे मजदूरों को भी क्वारंटीन में रखा जाएगा. कैटेगरी ख के मजदूरों को होम क्वारंटाइन में रहने से संबंधित हलफनामा भरकर देना होगा.