पाकुड़ में 53 हजार किलोग्राम DDT बर्बाद, 6 वर्षों से था रखा
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पाकुड़ में 53 हजार किलोग्राम DDT बर्बाद, 6 वर्षों से था रखा

विभागीय सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2015 से ही डीडीटी का छिड़काव बंद कर दिया गया है. खराब हो गया डीडीटी उससे पहले ही विभाग को उपलब्ध कराया गया था.

 

पाकुड़ में 53 हजार किलोग्राम DDT बर्बाद. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

पाकुड़: स्थानीय पुराना सदर अस्पताल के गोदाम में रखा लाखों रूपए मूल्य का 53 हजार किलोग्राम डीडीटी (एक प्रकार का कीटनाशक) बर्बाद हो गया ह. अधिकारियों के अनुसार, यह डीडीटी वर्ष 2014-15 से ही यहां पड़ा हुआ था. विभागीय सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2015 से ही डीडीटी का छिड़काव बंद कर दिया गया है. खराब हो गया डीडीटी उससे पहले ही विभाग को उपलब्ध कराया गया था.

बर्बाद हो चुके डीडीटी पाउडर के बोरे पर 'एक्सपायरी डेट' (उपयोग करने की तारीख) 2014, 2015 लिखा हुआ है. स्थानीय अधिकारियों ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि यहां के भंडार में 53 हजार किलोग्राम डीडीटी पड़े होने की जानकारी वरीय पदाधिकारियों को बहुत पहले ही दी चुकी थी, जिसके मद्देनजर राज्य मलेरिया पदाधिकारी ने वर्तमान सिविल सर्जन को पत्र लिखकर उसे चाईबासा भेजने का निर्देश दिया है.

इस संबन्ध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन रामदेव पासवान ने बताया कि विभागीय अधिकारी के निर्देशानुसार यहां पड़े डीडीटी को चाईबासा भेज दिया गया है.

(इनपुट-भाषा)