लेह से 55 श्रमिकों को झारखंड लाई सोरेन सरकार, फ्लाइट से घर लौटे मजदूरों के चेहरे पर खुशी
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लेह से 55 श्रमिकों को झारखंड लाई सोरेन सरकार, फ्लाइट से घर लौटे मजदूरों के चेहरे पर खुशी

रांची एयरपोर्ट पहुंचे श्रमिको ने बताया कि, जब वो लॉकडाउन में फंस गए, तब उन्होंने अपना वीडियो बना कर हेमंत सरकार को भेजा और वापस बुलाने का आग्रह किया.

लेह से 55 श्रमिकों को झारखंड लाई सोरेन सरकार, फ्लाइट से घर लौटे मजदूरों के चेहरे पर खुशी.

रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के प्रयास से दूरस्थ क्षेत्र लेह (Leh) में फंसे 55 झारखंडवासियों की सोमवार को हवाई मार्ग द्वारा राज्य वापसी हुई. रांची एयरपोर्ट पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर एवं मंत्री बादल पत्रलेख ने उनका स्वागत किया. इसके बाद सभी को संथाल परगना के लिए बस से रवाना कर दिया गया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि, लेह से सैकड़ों किलोमीटर दूर सुदूरवर्ती दुर्गम नुब्रा घाटी से झारखंड के श्रमिक भाईयों का दूसरा जत्था हवाई मार्ग से रांची पहुंच गया. जानकारी के मुताबिक, विजययक एवं हिमांक परियोजना कार्य में लगे संताल परगना के 208 श्रमिक झारखंड लौटेंगे. श्रमिकों के इस समूह को दो चरण में वापस अपने घर लाया जा रहा है.

वहीं, तीसरा समूह मंगलवार शाम 7:40 बजे एयरलिफ्ट कर रांची आएगा. इसको लेकर पूरी तैयारी हो चुकी है. 115 श्रमिक सोमवार एवं मंगलवार को तथा शुक्रवार व शनिवार को 93 श्रमिकों को एयरलिफ्ट करने की योजना पर सरकार कार्य कर रही है.  

इधर, रांची एयरपोर्ट पहुंचे श्रमिको ने बताया कि, जब वो लॉकडाउन (Lockdown) में फंस गए, तब उन्होंने अपना वीडियो बना कर हेमंत सरकार को भेजा और वापस बुलाने का आग्रह किया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सभी श्रमिकों ने धन्यवाद दिया साथ ही, कहा अब अपने राज्य में ही काम करेगें, फिर वहां नहीं जाएंगे.