झारखंड के DGP का बड़ा बयान, बोले- सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई
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झारखंड के DGP का बड़ा बयान, बोले- सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई

झारखंड की राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में कोरोना संक्रमित महिला मिली है. झारखंड में कोरोना के चार मामले सामने आ चुके हैं. इसके बाद सोशल मीडिया के जरिए लोगों द्वारा विभिन्न तरह का अफवाह फैलाई जा रही है

 

सोशल मीडिया पर अफवाहों को लेकर अब झारखंड के डीजीपी ने बड़ा बयान दिया है.

रांची: झारखंड की राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में कोरोना संक्रमित महिला मिली है. झारखंड में कोरोना संक्रमण के चार मामले सामने आ चुके हैं. इसके बाद सोशल मीडिया के जरिए लोगों द्वारा विभिन्न तरह का अफवाह फैलाई जा रही है.

असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल साइट्स का किया जा रहा गलत इस्तेमाल
झारखंड में अब तक कोरोना के 4 संक्रमित मरीज़ पाए गए हैं जिनमें से दो मरीज राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी इलाके के हैं. झारखंड में मिलने वाले चार पॉजिटिव और हिंदपीढ़ी इलाके से दो कोरोना संक्रमित मिलने के बाद सोशल साइट पर अफवाहों और झूठी खबरें दिखाने का दौर चल चुका है. झारखंड डीजीपी के मुताबिक पहले के वीडियोस और फोटोग्राफ को सोशल साइट पर अभी की घटना बताते हुए पोस्ट किया जा रहा है और अफवाह फैलाया जा रहा है जिससे झूठ का प्रचार हो रहा. और इसे एक अपराध की श्रेणी में रखा गया है.

होगी कड़ी कार्रवाई
वहीं, झारखंड में चार कोरोना संक्रमित मरीजों में तीन एक विशेष समुदाय के हैं जिसके बाद सोशल साइट्स पर विशेष समुदाय के खिलाफ कई टिप्पणियां भी देखी जा रही है जिसे एक समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच रही है और एक दूसरे के प्रति दुर्भावना हो रही है.

इस मामले पर डीजीपी का कहना है कि सोशल साइट पर ऐसी कोई लेखिनी जो इन कैटेगरी में आती है और हिंसा को प्रेरित करती है तो यह एक कानूनन जुर्म है. झारखंड डीजीपी ने ऐसे लोगों को एहतियात बरतते हुए इंसानियत की भी दुहाई दे रहे है और बताया है कि लोगों को तोड़ना एक पाप है और ये अपराध तो है ही इसीलिए हम आपसे अपील करेंगे कि इस तरीके के काम से बचाए और अगर करेंगे तो आप पर कठोर से कठोर कार्रवाई होगी.

25 लोगों को भेजा गया है जेल
मामले पर जानकारी देते हुए झारखंड डीजीपी एमडी राव ने कहा कि इस मामले में पुलिस ने भी अपनी कार्रवाई तेज कर दी है प्राथमिकी दर्ज होने के बाद 25 लोगों को जेल की चारदीवारी के पीछे भेजा गया है और 22 लोगों की तलाश जारी है. साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो अपनी लेखनी से सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करेंगे उन पर पुलिस कठोर से कठोर कार्रवाई करेगी जिसकी वह कल्पना भी नहीं कर सकते.