किशनगंज: बिहार के किशनगंज विधानसभा उपचुनाव में एआईएमआईएम को जीत मिली है. असदुद्दीन ओवैसी की एमआईएमआई पार्टी के प्रत्याशी कमरुल हुदा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के स्वीटी सिंह को दस हजार से अधिक मतों से पराजित किया है.
आजादी से लेकर अब तक इस इलाके को कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, लेकिन इसे कांग्रेस के गढ़ में एआईएमआईएम ने सेंधमारी करते हुए बड़ी जीत दर्ज की है. कमरुल हुदा के जीत के बाद इलाके के लोगों में खुशी का माहौल है.
एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि जनता ने विश्वास कर उनके पार्टी को बहुमत दिया है. हम हर हाल में जनता के विश्वास पर खड़े उतरेंगे. वहीं, चुनाव जीतने के बाद एआईएमआईएम प्रत्यासी ने बताया कि आजादी से सब तक कांग्रेस वोटरों को डरा धमका कर वोट लेने का काम किया है.
कांग्रेस ने अब तक चुनाव जीतने के बाद इलाके के लोगों को विकास में नाम पर ठगने का काम किया है. उनके जीतने से इलाके का विकास जमीन पर उतारने का दावा किया है. आपको बता दें कि किशनगंज में डॉ. जावेद के सांसद बनने के बाद यह जिसके बाद यह सीट खाली हो गई थी और कांग्रेस ने यहां से डॉ जावेद की मां को उम्मीदवार बनाया था.
वहीं, एनडीए में यह सीट बीजेपी के खाते में गई है और यहां से बीजेपी ने स्वीटी सिंह को मैदान में उतारा था. विधानसभा चुनाव में पहली बार एआईएमआईएम ने जीत हासिल की है.