झारखंडः कोल्हान मानकी मुंडा आन्दोलन ने लाया रंग, मानदेय की राशि हुई दोगुनी
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झारखंडः कोल्हान मानकी मुंडा आन्दोलन ने लाया रंग, मानदेय की राशि हुई दोगुनी

मानकी-मुंडा के बहुप्रतीक्षित मांग को आज पूरा कर दिया है. साथ ही उनके मानदेय की राशि भी दोगुनी कर दी है. 

झारखंड सरकार ने मानकी मुंडा मांगों को मान लिया है.

चाईंबासाः मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कोल्हान के मानकी-मुंडा के बहुप्रतीक्षित मांग को आज पूरा कर दिया है. साथ ही उनके मानदेय की राशि भी दोगुनी कर दी है. अब मानकी को प्रतिमाह तीन हजार रुपए और मुंडा-ग्राम प्रधान को दो हजार रूपया प्रतिमाह मानदेय मिलेगा. 

इसके अलावा मुंडा पूर्व की तरह लगान वसूली ऑफलाइन से ही कर सकेंगे. ऑनलाइन लगान सिस्टम को राज्य सरकार ने खत्म कर दिया है. इसकी जानकारी उपायुक्त अरवा राजकमल ने दी.

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने कोल्हान में लगान वसूली सिस्टम को ऑनलाइन कर दिया था, जिससे गांवों में लगान वसूली करने वाले मुंडा का अधिकार छीन गया, वहीं ग्रामीण को लगान जमा करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड रहा था. जिससे पूरे कोल्हान के आदिवासी मुलवासी और मानकी-मुंडा राज्य सरकार के खिलाफ गोलबंद हो गयी थी, यह मुद्दा जनआंदोलन को रूप ले चुका था. वहीं विपक्ष इसे मुद्दा बना कर भाजपा और राज्य सरकार के खिलाफ जम कर प्रयोग कर रही थी, जिसके कारण लोकसभा चुनाव में भाजपा को हार के रूप में सामना करना पडा.

लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार ने इस गलती को सुधार करते हुए मानकी-मुंडा की मांग को पूरा कर दिया. इससे न सिर्फ मानकी-मुंडा को अपना अधिकार वापस मिल गया है, बल्कि कोल्हान के आदिवासियों और मूलवासियों को लगान जमा करने के लिए परेशान नहीं होना पडेगा और गांव में ही मुंडा के पास पूर्व की तरह लगान जमा कर सकेंगे.