बिहार के लोगों को 'जंगलराज' नहीं 'मंगलराज' चाहिए : अनुराग ठाकुर
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बिहार के लोगों को 'जंगलराज' नहीं 'मंगलराज' चाहिए : अनुराग ठाकुर

अनुराग ठाकुर ने रविवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जीत का दावा करते हुए कहा कि बिहार की जनता ने एक बार फिर से राजग की सरकार बनाने का मन बना लिया है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों में दिख रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को 'जंगलराज' नहीं 'मंगलराज' चाहिए.

 

अनुराग ठाकुर ने महागठबंधन पर निशाना साधा है.

पटना: केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जीत का दावा करते हुए कहा कि बिहार की जनता ने एक बार फिर से राजग की सरकार बनाने का मन बना लिया है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों में दिख रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को 'जंगलराज' नहीं 'मंगलराज' चाहिए. 

पटना में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा, "जिन लोगों के साथ जंगलराज, अपराध और भ्रष्टाचार जुड़ा है, बैनर-पोस्टर से अपने मां-पिताजी की फोटो हटाकर, वे सोचते हैं कि जनता भूल जाएगी कि ये लोग अपराध और जंगलराज के लिए जाने जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है."

उन्होंने कहा, "तेजस्वी जितना मर्जी आईना साफ कर लें, पर चेहरे पर लगे दाग नहीं जाएंगे. लोग आज भी उस समय को याद करते हैं जब इनके जंगलराज में उद्योग लगाना तो दूर, उद्योग उजड़ने पर मजबूर हो गए थे, पलायन होता था." ठाकुर ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ये अलगाववाद के कारण जाने जाते हैं हम राष्ट्रवाद के कारण जाने जाते हैं, ये कुशासन के लिए जाने जाते हैं हम सुशासन के लिए जाने जाते हैं.

भाजपा नेता ने दावा करते हुए कहा कि भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जिसने आपदा के समय भी 80 करोड़ लोगों को अनाज देने का काम किया. एक सवाल के जवाब में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और राजग की तुलना करते हुए उन्होंने बताया, "राजग के समय में 2009 से 2014 तक केंद्रीय करों के हिस्सेदारी में बिहार को मात्र एक लाख 36 हजार करोड़ मिला था, जबकि राजग के शासनकाल में 2014 से 2019 तक 2 लाख 86 हजार करोड़ से ज्यादा दिए गए हैं."

उन्होंने कहा कि देश में जितने काम उन्होंने 50 सालों में नहीं किए उससे कहीं ज्यादा राजग की सरकार ने केवल 6 वर्षो में कर के दिखाया है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस वाले केवल आरोप लगा सकते हैं, विकास देखते ही छटपटाना शुरु कर देते हैं. बिना पानी के जैसे मछली तड़पती है वैसे ही कांग्रेस और राजद के सत्ता के बिना तड़प रहे हैं." (इनपुट: IANS)