पाकिस्तान से आई गीता को लेकर बिहार के परिवार ने कहा- 'ये तो हमारी बबली है, DNA जांच को तैयार'
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पाकिस्तान से आई गीता को लेकर बिहार के परिवार ने कहा- 'ये तो हमारी बबली है, DNA जांच को तैयार'

गीता के वापस आने के बाद से देश भर के कई परिवारों ने गीता को अपनी बेटी बताया है लेकिन अभी तक उन्हें अपना परिवार नहीं मिला है.

 परिवार ने दावा किया है कि गीता 22 साल पहले गुम हुई बेटी बबली है. (फाइल फोटो)

औरंगाबाद: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के तमाम प्रयासों के बाद मूकबधिर गीता को पाकिस्तान से वापस देश लाया गया था. जिसके बाद उनके परिवार की खोज की जा रही थी और आज भी इसकी कवायद जारी है. हालांकि सुषमा स्वराज का निधन हाल ही में 6 अगस्त को हो गया जिसके बाद गीता अकेला महसूस कर रही थीं और उन्होंने खुद ही कहा कि वो अनाथ हो गई हैं. 

गीता के वापस आने के बाद से देश भर के कई परिवारों ने गीता को अपनी बेटी बताया है लेकिन अभी तक उन्हें अपना परिवार नहीं मिला है. अब बिहार के औरंगाबाद के एक परिवार ने गीता को अपनी बेटी होने का दावा किया है. परिवार ने दावा किया है कि गीता 22 साल पहले गुम हुई बेटी बबली है. 

 

औरंगाबाद के नबीनगर प्रखंड के अनुंदुआ गांव निवासी विश्वनाथ सिंह ने प्रखंड विकास पदाधिकारी ओम राजपुत को आवेदन देते हुए कहा है कि उनकी बेटी बबली 22 साल पहले उस वक्त गुम हो गयी थी जब उनका पुरा परिवार एक शादी समारोह में शामिल होने अपने रिश्तेदार के यहां गया हुआ था.

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परिवर ने कहा कि तब से लेकर आजतक बबली की खोजबीन जारी है लेकिन इसी बीच टीवी न्यूज चैनल पर जब उन्होंने गीता को देखा तो उन्हें लगा कि गीता ही उनकी खोई बेटी बबली है. उन्होंने इस मामले की जांच कराये जाने की बात कही है साथ ही इसे लेकर अपपना डीएनए जांच कराने तक को तैयार हैं. 

इधर बीडीओ ने आवेदन को स्वीकृत कर लिया है और आगे की कार्रवाई के लिए स्वीकृत कर डीएम के पास भेज दिया है ताकि मामले को उचित प्लेटफार्म तक ले जाया जा सके.