बिहार: बिना डॉक्टर के पर्चे के मिल रही थीं प्रतिबंधित दवाईयां, टीम ने मारा छापा
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बिहार: बिना डॉक्टर के पर्चे के मिल रही थीं प्रतिबंधित दवाईयां, टीम ने मारा छापा

औषधि निरीक्षक पटेल ने बताया कि जो दुकानदार दुकान बंद कर फरार हुए हैं उन्हें चिन्हित किया जा रहा है और उन सब के उपर भी आवश्यक कार्रवाई अवश्य होगी.

बिहार: बिना डॉक्टर के पर्चे के मिल रही थीं प्रतिबंधित दवाईयां, टीम ने मारा छापा

इमरान अजीज/चंपारण: बिहार के बगहा में लगातार जेनरिक और एक्सपायरी दवाईयों के बेचे जाने समेत बग़ैर चिकित्सक के पर्ची की दवा दिए जाने को लेकर विशेष छापेमारी अभियान चलाया गया. बगहा नगर स्थित दवा दुकानों में मिल रही अनियमितता की लगातार आ रही खबरों के मद्देनजर एसडीएम विजय प्रकाश मीना द्वारा गठित पांच सदस्यीय टीम ने नगर स्थित कई दवा दुकानों में औचक छापेमारी कर गहन जांच की. छापेमारी की खबर मिलते ही नगर के अधिकांश दवा दुकानें बन्द हो गई और दुकानदार दुकानें बन्द कर गायब हो गए. 

पश्चिम चंपारण ज़िला के औषधि निरीक्षक अविनाश पटेल की अगुवाई में गठित पांच सदस्यीय टीम में बगहा एक सीडीपीओ अनिता कुमारी, महिला प्रवेक्षिका सावित्री कुमारी, अर्पणा कुमारी, एलएस गीता कुमारी व रंजना कुमारी शामिल रही. औषधि निरीक्षक द्वारा बगहा बाज़ार स्थित मुख्य चौक के एकता मेडिकल स्टोर के अलावे पटखौली के विजय मेडिकल समेत अन्य कई दुकानो की देर शाम तक गहन जांच की गई. सीडीपीओ अनीता कुमारी ने बताया कि जांच के क्रम में सर्वप्रथम दुकान की अनुज्ञप्ति व फार्मासिस्ट के अनुज्ञप्ति की जांच करते हुए दुकान में उपलब्ध दवाओं की मैन्यूफैक्चरिंग व एक्सपायरी डेट को भी देखा गया और वैसी दवाओं की भी जांच की गई जिसे सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया है. साथ ही कुछ एक्सपायरी दवाईयों के मिलने से अधिकारियों के होश उड़ गए. वहीं दवाईयों के सैंपल जब्त कर मेडिसिन इफिकेसी की जांच को सिल कर उसे लैब भेज दिया गया है.

औषधि निरीक्षक अविनाश पटेल ने बताया कि केमिस्ट ड्रगिस्ट सेंटरों की गहराई से जांच की जा रही है. जो भी जांच की रिपोर्ट होगी उसे एसडीएम कार्यालय बगहा को सुपुर्द किया जाएगा. इस औचक जांच की खबर मिलते ही दवा दुकानदारों में हड़कम्प का माहौल देखा जा रहा है. जांच के डर से अधिकांश दुकानदार अपनी दुकानें बंद कर फ़रार हो गए. जिससे ये स्प्ष्ट होता है कि दुकान बंद कर फरार होने वाले दुकान अनुज्ञप्ति के सभी मानदंडों को या तो पूरा नही कर रहे हैं या इनके पास अनुज्ञप्ति नही है. 

औषधि निरीक्षक पटेल ने बताया कि जो दुकानदार दुकान बंद कर फरार हुए हैं उन्हें चिन्हित किया जा रहा है और उन सब के उपर भी आवश्यक कार्रवाई अवश्य होगी. औचक निरीक्षण टीम की दंडाधिकारी सह सीडीपीओ अनीता कुमारी ने साफ़ किया है कि यहां अब तक जितनी दुकानों में रेड पर जांच किया गया उनमें नियमों को ताक पर रखकर दवाईयां रखी और बेची जाती हैं. हद तो तब हो गई जब यहां एक्सपायर और कुछ प्रतिबंधित दवाईयों के स्टॉक मिलते हैरत में डाल दिए.

वहीं जो लोग इन दुकानों से अभी दवाईयां ख़रीद रहे थे उनमें किसी के भी पास डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन पर्ची नहीं पाई गई जिसको लेकर भी दवा दुकानदारों को अधिकारियों की टीम ने सख़्त हिदायत दी. अब देखना दिलचस्प होगा कि प्रशिक्षु आईएएस को मिली शिक़ायत के बाद उनके द्वारा गठित विशेष टीम के गहन जांच में मिली बड़ी खामियों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग इस ओर कोई ठोस कार्रवाई कर सुधार करता है भी या नहीं.