बिहार: भागलपुर में टूटा बगजान तटबंध, मरम्मत और बचाव कार्य जारी
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बिहार: भागलपुर में टूटा बगजान तटबंध, मरम्मत और बचाव कार्य जारी

बिहार के भागलपुर जिले के नवगछिया के पास कोसी का बगजान तटबंध कटाव की चपेट में आकर टूट गया. जिससे खेतों में तेजी से पानी फैलने लगा है.

भागलपुर जिले के नवगछिया के पास कोसी का बगजान तटबंध कटाव की चपेट में आकर टूट गया. (फाइल फोटो)

अजय कुमार, भागलपुर: बिहार (Bihar) के भागलपुर जिले के नवगछिया के पास कोसी का बगजान तटबंध कटाव की चपेट में आकर टूट गया. जिससे खेतों में तेजी से पानी फैलने लगा है. देर रात तटबंध टूटने के बाद नवगछिया एसडीओ अखिलेख कुमार, एसडीपीओ दिलीप कुमार, बिहार बीडीओ सतीश कुमार मौके पर जल संसाधन विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंच टूटे तटबंध के मरम्मत के साथ बचाव के काम को लगा दिया है. 

बांध से पानी के बहाव को रोकने का प्रयास किया जा रहा है. बिहपुर प्रखंड को खरीक प्रखंड की सीमा को जोड़ने वाले कहारपुर गांव के दक्षिण की तरफ दयालपुर गांव के पास बगजान बांध कोसी के कटाव के कारण 20 मीटर की लंबाई में टूट गया. इस वजह से तेजी से खेतों में पानी का फैलाव शुरू हो गया. यह बांध कोसी की तबाही से बिहपुर और खरीक प्रखण्ड को बचाता है. सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारी रात में ही मौके पर पहुँच कर युद्धस्तर से काम शुरू कराया. 

जल संसाधन विभाग की टीम मौके पर कैम्प कर रही है. स्थानीय लोगों के अनुसार पिछले कुछ दिनों से लगातार तटबंध में कटाव हो रहा था और आज दोपहर तेजी से कटाव के कारण आधे हिस्सों में दरार आ गया. बावजूद इसके जल संसाधन विभाग की टीम ने समय रहते मरम्मति का काम शुरू नहीं कराया और कटाव के चपेट मे बांध आ गया. 

कोसी के जलस्तर में बढ़ोतरी और कमी के कारण कोसी कई इलाकों में तेजी से कटाव कर रही है और इसी का परिणाम है कि बगजान बांध भी उसके चपेट में आ गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि बांध टूटने से यह पानी खरीक, नवगछिया इलाकों में प्रवेश करने लगा है. जिससे किसानों को भारी नुकसान हो सकता है. 

साथ ही कई इलाकों में घरों में भी पानी जा घुसा है. मौके पर मौजूद नवगछिया एसडीओ अखिलेख कुमार ने जल संसाधन विभाग के टीम को युद्धस्तर पर मरम्मति का निर्देश दिया है. ग्रामीण सोनू, नीरज और अंजनी कश्यप ने बताया कि बगजान बांध बिहपुर खरीक समेत नवगछिया के बड़े इलाके को कोसी के प्रलय सें बचाता है. हालांकि अभी कोसी के जलस्तर में कमी रहने के कारण इलाके के लोगों को थोड़ी राहत है.