बिहार: RLSP ने महागठबंधन की तुलना कोरोना से की, दो दिनों में कर सकती है बड़ा ऐलान
Advertisement

बिहार: RLSP ने महागठबंधन की तुलना कोरोना से की, दो दिनों में कर सकती है बड़ा ऐलान

 बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. महागठबंधन पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरेगा या बिखर जाएगा क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के महागठबंधन के छोड़ने के बाद अब राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी ने भी अपने तेवर तल्ख कर दिए हैं. 

 

 राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी ने भी अपने तेवर तल्ख कर दिए हैं. (फाइल फोटो)

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. महागठबंधन (Mahagathbandhan) पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरेगा या बिखर जाएगा क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के महागठबंधन के छोड़ने के बाद अब राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी ने भी अपने तेवर तल्ख कर दिए हैं. 

पार्टी ने महागठबंधन की तुलना कोरोना से कर दी है. पार्टी के प्रधान महासचिव माधव आनंद ने कहा है कि, जिस तरह कोरोना का अभी कोई इलाज नहीं है. कोरोना के खात्मे के लिए कोई वैक्सीन नहीं है उसी तरह महागठबंधन कोरोना के संक्रमण से मुक्त हो पाएगा इसकी आशंका कम है. माधव आनंद ने कहा है कि पार्टी की बात रह जगह चल रही है जितने भी विकल्प हैं उस पर राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी विचार कर रही है.बहुत जल्द ही अगले कदम की घोषणा की जाएगी. 

बीजेपी-जदयू ने भी महागठबंधन के बिखर जाने की भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि तेजस्वी एक अहंकारी नेता हैं और न तो जनता उनके साथ है और न पार्टी के कार्यकर्ता. जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि तेजस्वी यादव को बिना मेहनत किए सबकुछ मिला है. वो बुजुर्गों का सम्मान नहीं करते हैं. इसलिए कोई सम्मानित और आत्मस्वाभिमानी व्यक्ति उनके साथ नहीं रह सकते हैं. वहीं, आरजेडी और कांग्रेस ने बीजेपी से ही सवाल पूछ लिए हैं. 

आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि, जो लोग चुनाव को देखते हुए इधर-उधर जा रहे हैं उन्हें जनता सबक सिखाएगी. महागठबंधन का दायरा बढ़ता जा रहा है. सपा ने अपना समर्थन दिया,वामपंथी पार्टियां भी महागठबंधन के साथ है. कांग्रेस ने सवाल पूछते हुए कहा है कि, बीजेपी अपने साथियों की चिंता करे. जो भाषा चिराग पासवान बोल रहे हैं उससे क्या पता चलता है कि राजग में सबकुछ ठीक है. 

चिराग पासवान तो मुख्यमंत्री के रवैये पर सवाल खड़ा कर चुके हैं. बिहार में फिलहाल दोनों गठबंधनों में खटपट है. फिलहाल महागठबंधन की मुश्किल बीजेपी औऱ जदयू से ज्यादा उपेंद्र कुशवाहा बढ़ा रहे हैं वहीं राजग के लिए मुश्किल चिराग पासवान पैदा कर रहे हैं. जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी ने महागठबंधन के लिए किया है उससे ये पता चलता है कि दो दिन में बिहार का चुनावी परिदृश्य बदलने वाला है.