लालू से मुलाकात के बाद बोले पूर्वे, तेजस्वी के नेतृत्व होगा बिहार विधानसभा चुनाव
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लालू से मुलाकात के बाद बोले पूर्वे, तेजस्वी के नेतृत्व होगा बिहार विधानसभा चुनाव

तेजस्वी यादव में पूरी काबिलियत है इसलिए पूरा महागठबंधन उनके ही नेतृत्व में आगे का चुनाव लड़ेगी. केवल महागठबंधन को मजबूत करने की जरूरत है.

रामचंद्र पूर्वे ने कहा महागठबंधन का नेतृत्व तेजस्वी यादव ही करेंगे.

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है. इसके लिए हर तरह की कवायद शुरू हो गई है. जेडीयू जहां सदस्यता अभियान शुरू किया है. वहीं, महागठबंधन की रणनीति तैयार करने के लिए आरजेडी नेता लालू यादव से मुलाकात शुरू कर दी है. वहीं, तेजस्वी यादव के नेतृत्व की अटकलों को लेकर कहा गया है कि उनके नेतृत्व में ही महागठबंधन बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा.

आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे लालू यादव से मुलाकात करने रांची रिम्स अस्पताल पहुंचे थे. शनिवार का दिन लालू यादव से मुलाकात का होता है. बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक है ऐसे में महागठबंधन को फिर से बनाने की कवायद शुरू हो गई है.

लालू यादव से मुलाकात के बाद रामचंद्र पूर्वे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विधानसभा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और विधान परिषद प्रतिपक्ष नेता राबड़ी देवी के नेतृत्व में ही बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव में पूरी काबिलियत है इसलिए पूरा महागठबंधन उनके ही नेतृत्व में आगे का चुनाव लड़ेगी. केवल महागठबंधन को मजबूत करने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि महागठबंधन को बूथ स्तर पर मजबूत करने की जरूरत है. और पिछली गलतियों से हम सीख लेते हुए आगे का काम करेंगे.

पूर्वे ने कहा कि लालू यादव का आदेश है कि महागठबंधन को और मजबूत किया जाए. और इसके लिए कार्य अभी से शुरू किया जाना है. हमें जीत निश्चित मिलेगी. राजनीति में हार जीत लगी रहती है.

उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने लोकसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी थी. उन्होंने सबसे अधिक सभाएं की थी जिसमें हर तबके के लोग जुटे थे. इसलिए वह एक युवा नेता हैं और उनमें पूरी क्षमता है कि वह चुनाव में सभी का नेतृत्व कर सकते हैं.

आपको बता दें कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व को लेकर हाल में कई नेताओं के बयान आए थे. जिसमें कांग्रेस ने तेजस्वी यादव को हार की जिम्मेदारी लेने को कहा था. साथ ही मदन मोहन झा को नेतृत्व करने की सलाह दी जा रही थी. वहीं, जीतनराम मांझी भी तेजस्वी यादव को अपना नेता मानने से इनकार कर दिया था.