बिहार उपचुनाव से मिली आरजेडी को 'संजीवनी', बदली विधानसभा की तस्वीर
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बिहार उपचुनाव से मिली आरजेडी को 'संजीवनी', बदली विधानसभा की तस्वीर

बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में आरजेडी ने 80 सीटों पर जीत दर्ज की थी, परंतु इसके बाद इस साल के प्रारंभ में डिहरी विधानसभा पर हुए उपचुनाव में आरजेडी को यह सीट गंवानी पड़ी थी, जिससे विधानसभा में आरजेडी के विधायकों की संख्या 79 हो गई थी.

इस उपचुनाव में आरजेडी ने दो सीटों पर जीत दर्ज कर विधायकों की संख्या 81 कर ली है.

पटना: बिहार के पांच विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव के परिणाम ने जहां एनडीए के प्रमुख घटक दल जनता दल (युनाइटेड) को जोरदार झटका दिया है वहीं विपक्षी खेमे, खासकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को 'संजीवनी' उपलब्ध कराई है. इस चुनाव में सत्ताधारी जेडीयू को अपने कब्जे वाली तीन सीटों को गंवाना पड़ा वहीं आरजेडी ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है. इस उपचुनाव परिणाम ने बिहार विधानसभा की तस्वीर भी बदल दी है.

बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में आरजेडी ने 80 सीटों पर जीत दर्ज की थी, परंतु इसके बाद इस साल के प्रारंभ में डिहरी विधानसभा पर हुए उपचुनाव में आरजेडी को यह सीट गंवानी पड़ी थी, जिससे विधानसभा में आरजेडी के विधायकों की संख्या 79 हो गई थी. इस उपचुनाव में आरजेडी ने दो सीटों पर जीत दर्ज कर विधायकों की संख्या 81 कर ली है.

बीजेपी ने 2015 के विधानसभा चुनाव में 53 सीटों पर जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव के साथ हुए डिहरी विधानसभा के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज कर विधानसभा में अपने विधायकों की संख्या 54 कर ली. इस उपचुनाव के नतीजों से बीजेपी के विधायकों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है.

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी पार्टी जेडीयू के विधायकों की संख्या में कमी आई है. 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने 71 सीटों पर जीत दर्ज की थी. राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) में टूट के बाद उसके दो विधायक जेडीयू में शामिल हो गए, जिससे जेडीयू के विधायकों की संख्या 73 तक पहुंच गई.

इसके बाद जोकीहाट और नवादा में हुए उपचुनाव में जोकीहाट सीट जेडीयू को खोनी पड़ी परंतु नवादा में जीत दर्ज कर उसने अपनी संख्या को बरकरार रखा. इस उपचुनाव में जेडीयू को अपने कब्जे वाली तीन सीट गंवानी पड़ीं, जिससे विधनसभा में जेडीयू के विधायकों की संख्या 70 रह गई.

इधर, इस उपचुनाव में कांग्रेस के किशनगंज सीट गंवाने से उसके विधायकों की संख्या घटकर 26 हो गई जबकि किशनगंज में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने जीत दर्ज कर बिहार विधानसभा में अपना खाता खोल लिया है.

इस उपचुनाव में दरौंदा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के जीतने के बाद निर्दलीय विधायकों की संख्या चार से बढ़कर पांच हो गई है. उल्लेखनीय है कि समस्तीपुर लोकसभा और विधानसभा की पांच सीटों- किशनगंज, सिमरी बख्तियारपुर, दरौंदा, नाथनगर और बेलहर के मतदाताओं ने 21 अक्टूबर को मतदान किया था जबकि गुरुवार को इन सभी सीटों के परिणाम घोषित किए गए. (इनपुट IANS से भी)