बिहार: महात्मा गांधी की स्मृति में मुख्यमंत्री नीतीश ने की पदयात्रा
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बिहार: महात्मा गांधी की स्मृति में मुख्यमंत्री नीतीश ने की पदयात्रा

महात्मा गांधी के ‘चंपारण सत्याग्रह’ के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पूर्वी चंपारण जिले के चंद्रहिया से मोतिहारी तक करीब सात किलोमीटर की पदयात्रा की. चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के तहत आयोजित इस पदयात्रा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिक्षा मंत्री अशोक कुमार चौधरी के अलावा और भी कई मंत्री और नेता शामिल हुए.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पूर्वी चंपारण जिले के चंद्रहिया से मोतिहारी तक करीब सात किलोमीटर की पदयात्रा की.  (तस्वीर के लिए साभार- एएनआई)

मोतिहारी : महात्मा गांधी के ‘चंपारण सत्याग्रह’ के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पूर्वी चंपारण जिले के चंद्रहिया से मोतिहारी तक करीब सात किलोमीटर की पदयात्रा की. चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के तहत आयोजित इस पदयात्रा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिक्षा मंत्री अशोक कुमार चौधरी के अलावा और भी कई मंत्री और नेता शामिल हुए.

चंद्रहिया से मोतिहारी तक की यात्रा सुबह आठ बजे शुरू की

मुख्यमंत्री ने चंद्रहिया से मोतिहारी तक की यात्रा सुबह आठ बजे शुरू की. इससे पूर्व उन्होंने गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और शिलापट्ट का लोकार्पण किया. कार्यक्रम स्थल पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया.मुख्यमंत्री के साथ सभी लोगों ने पदयात्रा शुरू करने से पहले प्रार्थना सभा में भाग लिया. मुख्यमंत्री ने यहां चंपा के पौधे लगाए. इस मौके पर नीतीश कुमार ने कहा कि गांधी जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए वह यह पदयात्रा कर रहे हैं. पदयात्रा में बड़ी संख्या में कई लोग शामिल हुए. इस दौरान चंद्रहिया से लेकर मोतिहारी तक सड़क पर आवागमन रोक दिया गया और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे.

महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया

पदयात्रा के समापन पर मोतिहारी के गांधी मैदान में नीतीश ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और यहां भी सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी ने चंपारण में अंग्रेज शासकों द्वारा नील की खेती के लिए किसानों को बाध्य करने के खिलाफ 10 अप्रैल, 1917 को सत्याग्रह की शुरुआत की थी. इसके सौ वर्ष पूरे होने पर बिहार में बीते सप्ताह से समारोहों की शुरुआत हुई.