बिहार DGP की अपराधियों को खरी-खरी- 'पुलिस गोली का जवाब गोली से देगी, हनुमान चालीसा नहीं पढ़ेगी'
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बिहार DGP की अपराधियों को खरी-खरी- 'पुलिस गोली का जवाब गोली से देगी, हनुमान चालीसा नहीं पढ़ेगी'

जब से डीजीपी ने कार्यभार संभाला है तब से वो लगातार अपनी प्राथमिकताएं तय करने और उन्हें लागू करने में लगे हैं.

गुप्तेश्वर पांडेय ने कुछ दिनों पहले ही बिहार के डीजीपी का कार्यभार संभाला है. (फाइल फोटो)

शैलेंद्र, पटना: गुप्तेश्वर पांडेय ने कुछ दिनों पहले ही बिहार के डीजीपी का कार्यभार संभाला है और तब से वो लगातार एक्शन में है. जब से उन्होंने डीजीपी ने कार्यभार संभाला है तब से वो लगातार अपनी प्राथमिकताएं तय करने और उन्हें लागू करने में लगे हैं.

उन्होंने साफ-साफ कहा है कि पुलिस अब गोली का जवाब गोली से देगी और हर हाल में अपराधियों के मनोबल को तोड़कर रहेगी. अगर अपराधी गोली चलाएगा तो पुलिस हनुमान चालीसा नहीं पढ़ेगी. हमारी नीति, नीयत और इरादा बिल्कुल साफ है.

डीजीपी ने साथ ही ये भी शेयर किया कि सरकार पुलिस को हेलीकॉप्टर देना चाहती है जिसे अब बिहार पुलिस जल्द ही लेगी क्योंकि 12 करोड़ की आबादी में पुलिसिंग के लिए हेलीकॉप्टर की जरूरत है. राजधानी पटना में एसएसपी कार्यालय का औचक निरीक्षण करने के बाद डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने जी मीडिया से खास बात की, जिसमें अपने प्लान शेयर किये. डीजीपी ने साफ तौर पर कहा कि 10 दिन में बदलाव का टॉस्क हमने अपने सभी अधिकारियों को दिया है. 

उन्होंने कहा कि एक दिन में एक हजार से ज्यादा जगहों पर कुर्की जब्ती की कार्रवाई हुई है. हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि फरवरी के अंत तक कोई भी कुर्की-जब्ती का वारंट नहीं रह जाना चाहिये. सबको तामील कर देना है. उन्होंने कहा कि जो गुंडे-मवाली हैं उन्हें उनकी जगह पर पहुंचाया जाएगा. 

डीजीपी ने कहा कि हम 16 से 18 घंटे काम कर रहे हैं, तो ये बात आईजी, डीआईजी और एसपी को देखना होगा. मैंने सभी डीआईजी को निर्देश दिया है कि वो अपने पूरे प्रक्षेत्र का दौरा करें. सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि सप्ताह में कम से कम तीन दिन छापेमारी करने के लिए टीम के साथ जाएं. थानेदार और डीएसपी ही छापेमारी में शामिल नहीं होंगे.

डीजीपी ने कहा कि जिस तरह से मैं पटना एसएसपी के कार्यालय में पहुंचा हूं, आनेवाले दिनों में ऐसे ही प्रदेश के अन्य थानों और एसपी ऑफिस में पहुंच सकता हूं. ये सभी को स्पष्ट रूप से समझ लेना चाहिये. उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण पर कड़ा कदम उठाना हमारी प्राथमिकता है. 

डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि पुलिस पर दबाव की बात होती है लेकिन मैं साफ कहना चाहता हूं कि पुलिस पर किसी तरह का दबाव नहीं है. अगर कोई पुलिस पदाधिकारी ऐसी बात करता है, तो समझ लीजिये कि वो निकम्मा है और काम नहीं करना चाहता है. ये हालात हम चलने नहीं देंगे. 

डीजीपी ने कहा कि पटना में बाईकर्स गैंग की बात सामने आयी है. हमने साफ तौर पर कहा है कि जिस थाना क्षेत्र में बाइकर्स गैंग सक्रिय दिखेगा और उस पर कार्रवाई नहीं होगी. वहां के थानेदार को इसका अंजाम भुगतना होगा. आपको बता दें कि डीजीपी बनने से पहले गुप्तेश्वर पांडेय ने शराबबंदी के पक्ष में बड़ा अभियान छेड़ रखा था. 

160 से ज्यादा सभाएं उन्होंने डीजी के तौर पर पूरे प्रदेश में की थीं. उन्होंने कहा कि शराबबंदी हमारी प्राथमिकताओं में है. हमारी डीजी टीम भी इस पर सख्त है. हमने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान साफ कर दिया है. अगर कोई पुलिस अधिकारी शराब के धंधे में लिप्त पाया जायेगा, तो सीधे बर्खास्त किया जायेगा. उन्होंने कहा कि हम सरकार से इस मुद्दे पर बात करेंगे.