बिहारः बैल के खिलाफ थाने में FIR दर्ज, वजह जानेंगे तो रह जाएंगे हैरान
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बिहारः बैल के खिलाफ थाने में FIR दर्ज, वजह जानेंगे तो रह जाएंगे हैरान

बिहार के पूर्णिया जिले के श्रीनगर थाने में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. एक व्यक्ति ने बैल के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.

पूर्णिया में एक व्यक्ति ने बैल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. (प्रतीकात्मक फोटो)

पूर्णियाः किसी व्यक्ति के खिलाफ लोगों को थाने में शिकायत करते देखा होगा. लेकिन बिहार के पूर्णिया जिले के श्रीनगर थाने में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां एक व्यक्ति ने गांव के एक बैल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. वहीं, एफआईआर दर्ज कर पुलिस भी अब इस मामले की जांच में जुट गई है. 

पुलिस के अनुसार, आवेदन पत्र में कहा गया है कि श्रीनगर थाना क्षेत्र के सहबज्जा गांव में इन दिनों एक बैल का आतंक है. मंगलवार को बैल ने ग्रामीण धीरज कुमार यादव (22) को उठाकर कई बार पटक दिया. घटना में गंभीर रूप से जख्मी युवक बैल के खिलाफ आवेदन लेकर थाने पहुंच गया. 

श्रीनगर के थाना प्रभारी चंदन ठाकुर ने आईएएनएस को बुधवार को बताया कि आवेदन में पीड़ित का आरोप है कि वह सुबह शौच के लिए खेत जा रहे था. इसी दौरान बैल ने पटक-पटककर उन्हें गंभीर रूप से जख्मी कर दिया. स्थानीय लोगों ने काफी मशक्कत के बाद युवक को बचाया और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया.

आवेदन में आरोप लगाया गया है कि गांव के ही भरतलाल यादव और चमकलाल यादव ने एक 'बदमाश बैल' पालकर रखा है. यह बैल रस्सी से खुलते ही लोगों को पटकने-कुचलने लगता है. इस कारण गांव में बैल को लेकर दहशत का माहौल है. बैल का सबसे अधिक डर गांव के बच्चों के मन में है. बैल के दहशत का आलम है कि बच्चे भी अब घर से बाहर खेलने नहीं निकलते हैं. आरोप लगाया गया है कि बैल खेत में लगी फसल को भी नुकसान पहुंचाता रहा है. 

थाना प्रभारी ठाकुर ने बताया कि बैल के मालिक को थाने बुलाया गया है और पुलिस जांच प्रारंभ कर दी है. उन्होंने कहा कि घायल व्यक्ति को इलाज के लिए पूर्णिया के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी स्थिति सामान्य बनी हुई है.

आवेदन में कहा गया है कि इस संबंध में बैल के मालिक से कई बार बैल को बांध कर रखने का अनुरोध किया गया लेकिन उसने ऐसा नहीं किया.गांव में बैल को लेकर लोग आक्रोशित हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस बैल को लेकर एक बार गांव में पंचायत भी बैठाई गई थी फिर भी इस समस्या का निदान नहीं निकल सका है. 

बहरहाल, अब मामला थाने पहुंच गया है. स्थानीय लोगों को अब आस जगी है कि इस गांव के लोगों को अब इस बैल की समस्या से निजात मिल सकेगा.

(इनपुटः आईएनएस से भी)