उपेंद्र कुशवाहा डायरेक्ट और रामविलास पासवान इनडायरेक्ट कर रहे हैं नीतीश कुमार पर हमला!
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उपेंद्र कुशवाहा डायरेक्ट और रामविलास पासवान इनडायरेक्ट कर रहे हैं नीतीश कुमार पर हमला!

बिहार में एनडीए के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है. आरएलएसपी और एलजेपी की ओर से नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

 

आरएलएसपी और एलजेपी नेता नीतीश कुमार के खिलाफ बयान दे रहे. (फाइल फोटो)

पटनाः बिहार में एनडीए के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है. यह अब धीरे-धीरे साफ हो रहा है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के जाने के बाद कुछ समय के लिए एनडीए के घटक दलों के बीच बयानबाजी रूक गई थी. लेकिन अब यह दौर फिर से शुरू हो गया है. हालांकि पहले बयानबाजी सीधे और खुले तौर पर नहीं होते थे. लेकिन अब लगता है कि आरएलएसपी और एलजेपी की ओर से नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी तो नीतीश कुमार के खिलाफ शुरू से ही बयान दे रही थी. और एनडीए में जेडीयू से सबसे नाराज आरएलएसपी ही दिख रही थी. आरएलएसपी के नेता पहले भी बयान दे रहे थे कि वह नीतीश कुमार को बिहार के नेता के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे. नीतीश कुमार बड़ा भाई नहीं हो सकता. साथ ही यह भी मांग की जा रही थी कि उपेंद्र कुशवाहा को बिहार में एनडीए का चेहरा होना चाहिए.

वहीं, एलजेपी की ओर से हमेशा नीतीश कुमार के खिलाफ नहीं बोला जा रहा था. हालांकि सीट शेयरिंग पर कुछ बातें होती थी. लेकिन नीतीश कुमार पर निशाना नहीं साधा जा रहा था. हालांकि अब कुछ और ही बयान आ रहा है. जिस तरह से मुंगेर की सांसद वीणा देवी ने नीतीश कुमार के खिलाफ बयान दिया है. उससे प्रतित होता है कि रामविलास पासवान इनडायरेक्ट नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

हालांकि रामविलास पासवान ने नीतीश कुमार की हमेशा तारिफ की. पासवान ने अब तक नीतीश कुमार के बिहार में एनडीए का चेहरा होने पर एतराज नहीं जताया. लेकिन सांसद वीणा देवी ने पार्टी लाइन से हटकर नीतीश कुमार के खिलाफ खुल कर बोल रही है.

वीणा देवी ने बयान दिया था कि, नीतीश कुमार को बिहार के सीएम पद से हटा देना चाहिए. उन्हें कोई हक नहीं इस पर बने रहने का. वह जनता से उन्हें सीएम पद से हटाने के लिए अपील करेंगी. उन्होंने यह भी कहा कि उनका जेडीयू से कोई गठबंधन नहीं है. उनकी पार्टी का केवल बीजेपी से गठबंधन है.

हालांकि इस बयान के बाद एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान की कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है. वहीं, नीतीश कुमार ने भी एनडीए में हो रहे उनके विरोध पर कुछ कहा है. हालांकि कयास यह भी लगाया जा रहा है कि वीणा देवी का बयान उनके डर की वजह से है. ऐसा इसलिए की जेडीयू के एनडीए में शामिल होने से उन्हें अपने पत्ता कटता दिख रहा है. उन्हें डर है कि मुंगेर लोकसभा सीट से उनका टिकट छीन जाएगा. और जेडीयू के पाले में चला जाएगा.

उपेंद्र कुशवाहा ने अमीत शाह-नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद सीट शेयरिंग पर बयान देते हुए कहा था कि जब तक सभी एनडीए की पार्टी नहीं बैठेगी तब तक सीट शेयरिंग पर फैसला नहीं होगा. वहीं, पिछले दिन नीतीश कुमार ने कहा था कि दो-चार हफ्तों में सीट शेयरिंग पर सभी बातें साफ हो जाएगी. लेकिन इसके बाद आरएलएलपी की ओर से फिर बयान सामने आया है. आरएलएसपी प्रवक्ता जीतेंद्र नाथ ने कहा है कि लोकसभा चुनाव 2014 में जेडीयू से अधिक हमारी पार्टी ने जीत हासिल की है. इसलिए जेडीयू से अधिक आरएलएसपी को सीट मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि चार वर्षों में उपेंद्र कुशवाहा का जनाधार और वोट काफी बढ़ा है. उपेंद्र कुशवाहा बिहार के भविष्य के नेता हैं. इसलिए एनडीए में बिहार का चेहरा उपेंद्र कुशवाहा को बनाया जाना चाहिए.

बहरहाल एनडीए में जो कुछ भी चल रहा है. वह किसी बड़े बदलाव का संकेत दे रहा है. हालांकि जेडीयू की ओर से बयानों के बीच किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आ रही है. लेकिन अगर ऐसे ही चलता रहा तो नीतीश कुमार कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. वहीं, आरएलएसपी भी राजनीति पलटने का फैसला ले सकती है.