आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. तेजस्वी यादव ने दो ट्विट पोस्ट कर नीतीश सरकार पर हमला बोला है.
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पटनाः बिहार में रूक-रूक कर दो दिनों से बारिश हो रही है. ऐसे में राजधानी की पटना के हालात बिगड़ गए हैं. इलाके में घर से लेकर अस्पताल तक पानी भरा हुआ है. बारिश के पानी से सड़क डूब चुका है. वहीं, प्रदेश के दूसरे बड़े अस्पताल एनएमसीएच की हालात तालाब जैसी हो गई है. वहीं, राजधानी की स्थिति पर विपक्ष सरकार को घेरने के लिए तैयार है.
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. तेजस्वी यादव ने दो ट्विट पोस्ट कर नीतीश सरकार पर हमला बोला है.
पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, 'यह नीतीश कुमार का विकास मॉडल है. एनएमसीएच का आईसीयू नाली के पानी में तैर रहा है. और साथ में मछलियां भी तैर रही है. नीतीश कुमार से सवाल नहीं कर सकते क्यों कि उनका विवेक सो रहा है.'
Nitish Kumar’s model of development. ICU of NMCH is swimming in drain water, fishes seen in ICU. Mind you, you cant question Nitish Kumar as his conscience is fast asleep and snoring with BJP. https://t.co/XucX31lZvb
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 29, 2018
वहीं तेजस्वी ने एनएमसीएच की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि, 'कहीं जेडीयू इसे भी इंद्र भगवान का स्टंट घोषित न कर दे, इंद्र देव भी 14 साल की गलत सरकार की गलत नीतियों को उजागर कर रहे हैं.'
Bihar’s 2nd largest Hospital NMCH has turned into an aquarium that too filled with drain water.
कहीं जदयू इसे भी इंद्र भगवान का स्टंट घोषित ना कर दें। इंद्र देव भी 14 साल की ग़लत सरकार की ग़लत नीतियों को उजागर कर रहे है। pic.twitter.com/Ft3VgPwddt
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 29, 2018
दरअसल एनएमसीएच में पानी इस कदर भर गया है कि अस्पताल के अंदर घुटनों तक पानी है. मरीजों के वार्ड से लेकर डॉक्टर के चैंबर और यहां तक कि आईसीयू वार्ड में भी पानी भरा हुआ है. पूरे अस्पताल का नजारा देखने बाद ऐसा लगता है कि मरीज किसी तालाब में बैठे हैं. वहीं, डॉक्टर भी इसी हालत में मरीजों का इलाज कर रहे हैं.
अस्पताल में मरीजों के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थान आईसीयू वार्ड होता है. जहां क्रिटिकल कंडीशन में मरीज भर्ती होते हैं. वहीं, इस वार्ड की स्वच्छता पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता और किसी भी तरह के संक्रमण से बचाया रखा जाता है. लेकिन हालत यह है कि मरीज आईसीयू वार्ड में भर्ती हैं और बेड के नीचे घुटनों तक पानी भरा है.