Patna: कोरोना काल में बिहार विधानसभा का सत्र चल रहा है. सरकार चाह रही थी सत्र को छोटा किया जाए. लेकिन विपक्ष के मांग के कारण ही विधानसभा का पूरा बजट सत्र सरकार ने बुलाया है. सत्र शुरू होने के बाद ये उम्मीद की जा रही थी कि सभी विधायक विधानसभा के सत्र में उपस्थित रहेंगे. लेकिन इसे लापरवाही कहिए या विधायकों की सदन के प्रति बेरूखी कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के विधायक सदन से लगातार गायब रहते हैं. विधायक सदन तो आते हैं लेकिन सिर्फ हाजिरी बनाकर चलते बनते हैं.


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विधायकों की कार्यशैली से स्पीकर नाराज
वहीं, विधायकों के इस उदासीन रवैये से विधानसभा स्पीकर विजय सिन्हा बेहद नाराज हैं. इस मामले में शुक्रवार को सदन में स्पीकर की नाराजगी सार्वजनिक रुप से सामने भी आ गयी. दरअसल, शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष ने सत्र के दौरान कहा, 'ज्यादातर विधायक ध्यानाकर्षण की सूचना के वक्त ही सदन से बाहर चले जाते हैं. सदन में जनहित से जुडे़ सवाल होते हैं. ऐसे में अधूरे सदन को छोड़कर चले जाना ये कतई उचित नहीं हैं.


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स्पीकर की सलाह को विधायकों ने किया नजरअंदाज
विधानसभा स्पीकर ने विधायकों को सलाह दी कि वो सदन के दौरान होने वाली चार घंटों की महत्वपूर्ण कार्यवाही के दौरान जरूर उपस्थित रहें. विधानसभा अध्यक्ष कि ये सलाह सभी दलों के विधायकों के लिए थीं. लेकिन हद तो तब हो गई जब इस सलाह को भी विधायक नजरअंदाज करते दिखे. और सदन में मौजूद ना रहने के अजब-गजब बहाने बनाते दिखाई दिए. इस गंभीर मुद्दे पर सभी दलों के विधायक एक-दूसरे दल के माथे पर टोपी पहनाने लगे हैं.


कांग्रेस ने NDA विधायकों पर उठाए सवाल
सदन से मौजूद नहीं रहने पर माले के विधायक महबूब आलम ने कहा, 'जुम्मे की नमाज होने के कारण वो सदन से बाहर चले गए थे. लेकिन वो और उनके दल के विधायक हमेशा सदन में मौजूद रहते हैं.' इसपर कांग्रेस की विधायक नीतू सिंह ने सरकार पक्ष के विधायकों पर ही सवाल उठा दिया. उन्होंने कहा कि वो सदन में नई हैं. सुबह से लेकर शाम तक वो सदन में मौजूद रहती हैं. नीतू सिंह ने आरोप लगाया कि सदन से गायब रहने वाले बीजेपी और जेडीयू के विधायक ही होंगे.


BJP ने स्पीकर की सलाह मानने का किया वादा
इधर, बीजेपी विधायक संजय सिंह ने कहा कि उनकी कोशिश होती है कि पूरी सदन की कार्यवाही में वो मौजूद रहें. ये बात जरूर है कि अध्यक्ष ने आज इस और सबका ध्यान खींचा है. आगे कोशिश की जाएगी कि ज्यादा से ज्यादा विधायक सदन की कार्यवाही में मौजूद रहें. वहीं, सदन में विधानसभा स्पीकर के नाराजगी के बाद आरजेडी के विधायक दल के सचेतक कुमार सर्वजीत ने भी माना कि कहीं न कहीं इस मामले में चूक हुई है. 


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RJD ने स्पीकर के सुझाव को बताया बेहतर
सर्वजीत ने कहा कि पार्टी का सचेतक होने के नाते उन्होंने भरोसा दिलाया है कि आरजेडी के ज्यादा से ज्यादा विधायक सदन में रहेंगे. हालांकि, सर्वजीत ने ये भी कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते जनता से जुडे़ मामले को सुलझाने के लिए विधायकों को सदन से बाहर भी जाना पड़ता है. इस मुद्दे पर सरकार के मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों  पर दवाब ज्यादा होता है. इसलिए कुछ जनप्रतिनिधि बाहर चले जाते होंगे. लेकिन ये कोशिश होनी चाहिए कि पूरी कार्यवाही के दौरान वो मौजूद रहें. उनका कहना है कि विधानसभा अध्यक्ष का सुझाव बेहतर है.