मुजफ्फरपुर में श्राद्ध का भोज खाने से बच्चे की मौत, 24 बीमार
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि रूपौली गांव निवासी गणेश महतो की पत्नी फुला देवी की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी. इसी मौके पर मंगलवार की शाम श्राद्ध कार्यक्रम में भोज का आयोजन किया गया था. गांव के लोगों ने भी बड़ी संख्या भोज खाया था.
Muzaffarpur: Food poisoning: बिहार के मुजफ्फरपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिले के सरैया प्रखंड क्षेत्र में मंगलवार को एक घर में श्राद्ध का भोज खाने के बाद कई बच्चे बीमार पड़ गए, जबकि इलाज के क्रम में एक बच्चे की मौत की खबर है. सभी बीमार बच्चों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करा दिया गया है.
लोगों ने बड़ी संख्या में खाया था भोज
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि रूपौली गांव निवासी गणेश महतो की पत्नी फुला देवी की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी. इसी मौके पर मंगलवार की शाम श्राद्ध कार्यक्रम में भोज का आयोजन किया गया था. गांव के लोगों ने भी बड़ी संख्या भोज खाया था.
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भोज खाने से एक बच्चे की मौत
भोज खाने के बाद देर रात एक-एककर लोग पेट में दर्द की शिकायत करने लगे. इनमें अधिकांश बच्चे थे. कई बच्चे उल्टी और दस्त से बीमार हो गए. इस कारण गांव में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई. देर रात आनन-फानन में सभी पीड़ितों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करवाया गया. इस दौरान एक बच्चे की मौत हो गई, जिसकी पहचान बिगन महतो के पुत्र निशांत कुमार (10) के रूप में हुई है.
खतरे से बाहर बताए जा रहे बच्चे
मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन विनय कुमार शर्मा ने बुधवार को बताया कि प्रथम दष्टया यह मामला फूड पॉइजनिंग (Food poisoning) का प्रतीत हो रहा है. उन्होंने बताया कि करीब 20 बच्चों को सरैया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है जबकि कुछ पीड़ित बच्चों का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है. उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की टीम को प्रभावित गांव में भेजा जा रहा है. पीड़ित बच्चे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं.
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परीक्षण के लिए भेजे गए भोजन के नमूने
इधर, सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा ने एक मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि कुछ बच्चों को सरैया के कॉमन हेल्थ सेंटर (CHC) में निजी अस्पतालों में और पांच को सदर अस्पताल में रेफर कर दिया गया.
उपचार के दौरान निशांत कुमार नाम के एक बच्चे की मौत हो गई. शर्मा ने कहा, 'हमने सीएचसी सरैया के चिकित्सा अधिकारियों को बच्चों का इलाज सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ शुरू करने का निर्देश दिया है. जिले के कई वरिष्ठ अधिकारी भी सीएचसी के साथ-साथ गांव में डेरा डाले हुए हैं.'
शर्मा ने आगे कहा, 'हमने अंतिम संस्कार के भोजन के नमूने एकत्र किए हैं और इसे परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया है. हम दृढ़ता से मानते हैं कि व्यंजन तैयार करने में मिलावटी सामग्री से फूड पॉइजनिंग हो सकती है.'
(इनपुट- आईएएनएस)