युद्धग्रस्त यूक्रेन से लौटने वालों की संख्या हुई 750 से अधिक, बिहार सरकार वहन कर रही है खर्च
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युद्धग्रस्त यूक्रेन से लौटने वालों की संख्या हुई 750 से अधिक, बिहार सरकार वहन कर रही है खर्च

रूस और युक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की वजह से वहां के हालात काफी ज्यादा ख़राब हो गए हैं. जिसके बाद वहां पढाई कर रहे युवाओं को बाहर निकालने का काम शुरू हो गया है.  युद्ध प्रभावित यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे अब तक 750 से अधिक छात्र बिहार के 38 जिलों में अपने-अपने घर लौट चुके हैं.

 (फाइल फोटो)

Patna: रूस और युक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की वजह से वहां के हालात काफी ज्यादा ख़राब हो गए हैं. जिसके बाद वहां पढाई कर रहे युवाओं को बाहर निकालने का काम शुरू हो गया है. 

युद्ध प्रभावित यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे अब तक 750 से अधिक छात्र बिहार के 38 जिलों में अपने-अपने घर लौट चुके हैं. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. छात्र 'ऑपरेशन गंगा' के तहत निर्धारित उड़ानों से दिल्ली और मुंबई के हवाई अड्डों पर पहुंच रहे हैं. 

पटना हवाई अड्डे की उनकी यात्रा का खर्च बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार वहन कर रही है. इसके बाद, राज्य सरकार द्वारा व्यवस्था की गई कारों से उन्हें उनके संबंधित स्थान तक पहुंचाया जाता है. हालांकि, कुछ मामलों में छात्रों के माता-पिता उन्हें अपने वाहनों से घर ले गए. प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक अब तक कुल 756 छात्र बिहार पहुंच चुके हैं. 

पटना जिले में सबसे अधिक 116 छात्र लौटे हैं, इसके बाद पूर्वी चंपारण (60), गया और सीतामढ़ी (39-39), नालंदा (32) और मुजफ्फरपुर (30) का स्थान है. छात्रों की वापसी यात्रा 27 फरवरी को शुरू हुई, जब सत्तारूढ़ जद (यू) के एक विधायक की बेटी सहित 23 छात्र राज्य लौटे. शुक्रवार को सबसे ज्यादा 227 लोग लौटे. इसके अलावा बुधवार (144), बृहस्पतिवार (164) और शनिवार (121) को 100 से अधिक छात्र लौटे. अब तक सभी 38 जिलों में छात्र लौटे हैं. आंकड़ों से पता चलता है कि शेखपुरा में सबसे कम दो छात्र लौटे हैं. 

 

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