Sunday Remedies: रविवार को कर लीजिए सूर्यदेव से जुड़े उपाय, लक्ष्मी जी हो जाएंगी प्रसन्न
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Sunday Remedies: रविवार को कर लीजिए सूर्यदेव से जुड़े उपाय, लक्ष्मी जी हो जाएंगी प्रसन्न

Sunday Remedies:सनातन परंपरा में रविवार का दिन सूर्य पूजा के तौर पर नियत रहता है. आज अगर आप सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करते हैं, तो आपको विशेषलाभ मिलेगा. सूर्य देव की कृपा से धन धान्य में वृद्धि होगी और संतान की भी प्राप्ति होगी

Sunday Remedies: रविवार को कर लीजिए सूर्यदेव से जुड़े उपाय, लक्ष्मी जी हो जाएंगी प्रसन्न

पटना: Sunday Remedies:ज्योतिष की विधा में सूर्य देव को ग्रहों का स्वामी माना गया है. जितने भी ग्रह हैं सूर्य देव ही उनका नियंत्रण करते हैं. सूर्य की पूजा की जाती रही है. सनातन धर्म के साथ-साथ विश्व में विभिन्न धर्म के अनुयायी आज भी सूर्य की पूजा किसी न किसी रूप में करते हैं. उन सभी का भी यही मानना रहा है कि सूर्य की पूजा करने से उनके शारीरिक कष्ट दूर होते हैं. शरीर को विशेष उर्जा प्राप्त होती है. इसे प्राण ऊर्जा भी कहा जाता है. 

मिटते हैं शरीर के रोग
सनातन परंपरा में रविवार का दिन सूर्य पूजा के तौर पर नियत रहता है. आज अगर आप सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करते हैं, तो आपको विशेषलाभ मिलेगा. सूर्य देव की कृपा से धन धान्य में वृद्धि होगी और संतान की भी प्राप्ति होगी. शरीर के रोग मिटेंगे, आरोग्य की प्राप्ति होती है. इसके अलावा रविवार को स्नान के बाद धान, गेहूं, तांबे का बर्तन, लाल कपड़ा आदि का दान करें, तो सूर्य देव की कृपा प्राप्त होगी. कुंडली में सूर्य की स्थिति प्रबल होगी. कार्यक्षेत्र में यश और कीर्ति प्राप्त होगी. 

कुंडली में दशा होगी मजबूत
रविवार को उपवास रखने और नमक का त्याग करने से भी कुंडली में सूर्य की दशा मजबूत होती है. अगर कुडली में सूर्य अंतरदशा में है तो आप सूर्य से संबंधित वस्तुओं गेंहू गुड़ ताम्बा, इत्यादि का दान कर सकते हैं. रविवार के दिन सूर्योदय से पहले उठें, जल्दी स्नान करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें. जल अर्पित करते समय ध्यान रखें कि तांबे के कलश का इस्तेमाल करें. इसमें रोली, अक्षत, लाल पुष्प और गुड़ डालकर सूर्य देव को अर्पित करें.

आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें
रविवार के दिन नियमित रूप से आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ अवश्य करें. इससे सूर्य देव प्रसन्न होकर भक्तों के सभी मनोरथ पूर्ण करते हैं. धार्मिक ग्रंथों में ऐसा उल्लेख मिलता है कि श्री राम ने भी रावण का वझ करने से पहले आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ किया था. ये पाठ करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है. धार्मिक मान्यता है कि पूरे हफ्ते सूर्य देव की उपासना से जो फल मिलता है, उसे कई गुणा ज्यादा फल सिर्फ रविवार की पूजा से मिलता है.

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