June 2022 Vrat Festivals: निर्जला एकादशी 2022: ज्येष्ठ मास की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी कहा जाता है. इस बार निर्जला एकादशी 11 जून को पड़ने वाली है. शास्त्रों में निर्जाला एकादशी व्रत का खास महत्व है. निर्जला एकादशी के व्रत में बिना जल ग्रहण किए भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है. मान्यता है इस एकादशी के व्रत से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
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पटनाः June 2022 Vrat Festivals: मई का महीना कुछ दिनों में समाप्त हो रहा है. जल्द ही जून माह की शुरुआत होने वाली है. चांग के मुताबिक जून की शुरुआत ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि से हो रही है. जून का महीना तीज-त्योहार के लिए बेहद खास माना जाता है. इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा का विशेष योग है. उनको समर्पित दो एकादशी पड़ने वाली है. इस महीने में ग्रहों के राशि परिवर्तन भी होने वाले हैं. आइए जानते हैं जून में पड़ने वाले प्रमुख व्रत-त्योहार और उसका धार्मिक महत्व.
जून में पड़ने वाले प्रमुख व्रत और त्योहार
02 जून, गुरुवार- रंभा तृतीया
09 जून, गुरुवार- गंगा दशहरा
11 जून, शनिवार- निर्जला एकादशी, गायत्री जयंती
12 जून, रविवार- प्रदोष व्रत
14 जून, मंगलवार- संत कबीर जयंती, वट सावित्री व्रत (पूर्णिमा अनुसार)
17 जून, शुक्रवार- संकष्टी चतुर्थी व्रत
24 जून- शुक्रवार- योगिनी एकादशी
27 जून- सोमवार- मासिक शिवरात्रि व्रत
28 जून- मंगलवार- दर्श अमावस्या
30 जून, बृहस्पतिवार- आषाढ़ नवरात्रि प्रारंभ
गंगा दशहरा 2022: ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है. इस बार यह 09 जून, गुरुवार को पड़ने वाला है. इस दिन मां गंगा का धरती पर आगमन हुआ था. तभी से इस तिथि पर मां गंगा के पूजा की परंपरा चली आ रही है.
निर्जला एकादशी 2022: ज्येष्ठ मास की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी कहा जाता है. इस बार निर्जला एकादशी 11 जून को पड़ने वाली है. शास्त्रों में निर्जाला एकादशी व्रत का खास महत्व है. निर्जला एकादशी के व्रत में बिना जल ग्रहण किए भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है. मान्यता है इस एकादशी के व्रत से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
योगिनी एकादशी 2022: आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी है. मान्यता है यह व्रत पापों से मुक्ति दिलाता है. योगिनी एकादशी व्रत के बारे में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि इस व्रत को करने से 88 हजार ब्रह्मणों को भोजन कराने जितना पुण्य मिलता है.
मासिक शिवरात्रि 2022: पंचांग के मुताबिक प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. मान्यता है कि यह व्रत महाशिवरात्रि व्रत के समान फलदायी होती है. भगवान शिव को समर्पित इस व्रत करने से इच्छाएं पूरी होती है.
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