बिहार में जमीन रजिस्ट्री कराना हुआ आसान, पटना समेत 102 रजिस्ट्री ऑफिस में सेवा शुरू, दलालों से मिलेगा छुटकारा
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बिहार में जमीन रजिस्ट्री कराना हुआ आसान, पटना समेत 102 रजिस्ट्री ऑफिस में सेवा शुरू, दलालों से मिलेगा छुटकारा

निबंधन विभाग ने मॉडल डीड के माध्यम से रजिस्ट्री की सुविधा उपलब्ध कराने से दलालों से छुटकारा मिल जाएगा. बिहार सरकार ने पटना समेत 102 रजिस्ट्री ऑफिस में यह सुविधा शुरु की गई है.

निबंधन विभाग ने मॉडल डीड के माध्यम से रजिस्ट्री की सुविधा उपलब्ध.

Patna: बिहार में जमीन,फ्लैट खरीदने वालों के लिए अच्छी खबर है. अगर आप भी जमीन,फ्लैट आदि की खरीदारी करने जा रहें है तो यह खबर आपके लिए बेहद काम की है. बिहार सरकार ने डीड को मॉडल बना दिया है. अब रजिस्ट्री कार्यालय में सीधा जाए, दलालों के फेर में पड़ने की कोई जरुरत नहीं है. आपको यहां पर मॉडल डीड की जानकारी देने वाले मिल जायेंगे.

मॉडल डीड के माध्यम से रजिस्ट्री की सुविधा
बिहार के निबंधन कार्यालयों में बिना कातिबों के सहयोग से दस्तावेजों के रजिस्ट्री की कल्पना नहीं की जाती है. उनके सहयोग से रजिस्ट्री कराने पर ग्राहकों को रजिस्ट्री व स्टांप शुल्क के अतिरिक्त राशि का भुगतान करना पड़ता है. लेकिन अब, निबंधन विभाग ने मॉडल डीड के माध्यम से रजिस्ट्री की सुविधा उपलब्ध कराने से दलालों से छुटकारा मिल जाएगा.

पटना समेत 102 रजिस्ट्री ऑफिस में सुविधा शुरु 
रजिस्ट्री फी जमा करने से लेकर वह तमाम पहलू जिसमें आपको जानकारी चाहिए अब वह आपको आसानी से मिलेगा. इतना ही नहीं सुझाव के साथ साथ आपको सारी सुविधा भी मिलेगी. डीड का प्रींट आउट भी अब आपको बिल्कुल मुफ्त में मिलेगा. बिहार सरकार ने पटना समेत 102 रजिस्ट्री ऑफिस में यह सुविधा शुरु की गई है.

कातिब के लिए इधर- उधर भटकना नहीं पड़ेगा
अब लोग इस नई सुविधा का लाभ ले रहें है. कातिब के लिए इधर- उधर भटकना नहीं पड़ेगा. निबंधन आयुक्त कार्तिकेय धनजी ने कहा है कि हम मॉडल डीड की ओर जा रहें है. यह बिल्कुल सरल भाषा में डीड है. डीड की भाषा हिन्दी,अंग्रेजी और उर्दू में है. सेल डीड,पार्टनरशीप डीड, समेत अन्य तरह के तमाम डीड को मॉडल बनाया गया है.धीरे-धीरे पूरा कार्यालय इसी पर आ जायेगा.

एनजीडीआरएस से काम हुआ आसान
एनजीडीआरएस के माध्यम से ग्राहकों को एसएमएस/इ-मेल अलर्ट मिलेगा. साथ ही शिकायत करने के साथ उसे ट्रैक करने की सुविधा भी मिलेगी. एनजीडीआरएस भारत सरकार द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर है, जबकि वर्तमान में निबंधन विभाग निजी कंपनी आइएलएफएस द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर पर रजिस्ट्री कर रही है.

जानें प्रक्रिया
फिलहाल ग्राहकों को खुद से ऑनलाइन रजिस्ट्री के लिए http://nibandhan.bihar.gov.in/modeldeed_new.aspx पर मॉडल रजिस्ट्री फॉर्म को भर कर उसे अपलोड करना पड़ता है. इसके बाद रजिस्ट्री शुल्क की गणना के लिए दूसरी वेबसाइट http://bhumijankari.bihar.gov.in/Admin/MVR/MVRParameter.aspx अथवा ' मे आइ हेल्प यू ' काउंटर की शरण लेनी पड़ती है. फिर अप्वाइंटमेंट की प्रक्रिया होती है, लेकिन एनजीडीआरएस पर एक बार में ही ऑनलाइन एंट्री से लेकर वैल्यूएशन, अप्वाइंटमेंट लेने की पूरी प्रक्रिया की जा सकेगी.

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रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी
बी कार्तिकेय धनजी, आयुक्त, निबंधन विभाग ने कहा कि कातिबों पर ग्राहकों की निर्भरता कम करने के लिए मॉडल डीड की व्यवस्था का सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है. एनजीडीआरएस सॉफ्टवेयर लागू होने पर रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन हो जायेगी. लोगों की सुविधा और राजस्व को ध्यान में रखते हुए इसे क्रमवार लागू किया जा रहा है.

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