CM Nitish Kumar: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में चूक, पटना से सुपौल जाने के दौरान काफिले में घुसा अंजान वाहन
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CM Nitish Kumar: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में चूक, पटना से सुपौल जाने के दौरान काफिले में घुसा अंजान वाहन

CM Nitish Kumar: बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में एक बार फिर बड़ी चूक की खबर चर्चा में आ रही है. इस बार यह चूक पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास के बाहर हुई है. सीएम नीतीश कुमार का काफिला जब पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास निवास से बाहार निकला तो उनके काफिले में एक अंजान गाड़ी शामिल हो गई

(फाइल फोटो)

पटना: बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में एक बार फिर बड़ी चूक की खबर चर्चा में आ रही है. इस बार यह चूक पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास के बाहर हुई है. सीएम नीतीश कुमार का काफिला जब पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास निवास से बाहार निकला तो उनके काफिले में एक अंजान गाड़ी शामिल हो गई. एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक होना फिर सवाल उठाती है.    

  1. पटना से सुपौल दौरे पर थे सीएम
  2. सीएम की सुरक्षा व्यवस्था चिंता का विषय

पटना से सुपौल दौरे पर थे सीएम
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी शुक्रवार को पटना से सुपौल दौरे पर थे. वह बाढ़ राहत कार्य का जायजा लेने सुपौल जा रहे थे. उसी दौरान पटना में सीएम आवास से निकलते ही थोड़ी दूरी पर काफिला जू के गेट नंबर 2 के पास पहुंचा ही था. तब ही काफिले में एक अंजान गाड़ी शामिल हो गई. जिसके बाद मुख्यमंत्री के सुरक्षाकर्मियों में हड़कंप मच गई.  

सीएम की सुरक्षा व्यवस्था चिंता का विषय
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा व्यवस्था काफी ज्यादा चिंता का विषय बना हुआ है. बीते कुछ दिनों में ऐसी दो घटनाएं सामने आ चुकी है. जब दो लगातार घटनाएं घटी, तो मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव भी किया गया. मुख्यमंत्री की सुरक्षा में SSG के 50 नये जवानों को तैनात किया गया. पूरे प्रदेश से स्पेशल सुरक्षा गार्ड के 50 जवानों का चयन किया गया था जो सीएम के सुरक्षा घेरे को और मजबूत करेंगे. 

कौन होते है SSG? 
बता दें कि SSG मतलब स्पेशल सिक्यूरिटी ग्रुप होता है. इनकी अलग से ट्रेनिंग होती है. यह स्पेशल ब्रांच में आता है. तेज-तर्रार युवा को ही इसमें रखा जाता है. डेढ़-दो महीने की ट्रेनिंग में सुरक्षा से जुड़ी हर बारिकियों की प्रैक्टिकल जानकारी दी जाती है. वहीं जब एक बार जब मुख्यमंत्री अपने आवास से किसी आयोजन के लिए निकलते हैं तो उनकी सिक्यूरिटी में 40 से 50 लोग रहते हैं. उनकी सुरक्षा कई लेयर में होती है. इसमें बीएमपी, स्थानीय पुलिस के अलावा ASL- एडवांस सिक्यूरिटी लाइजनिंग ग्रुप के साथ ही CPT- क्लोज प्रोक्सिमिटी ग्रुप टीम भी होती है. 

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