कई स्कूलों में एलकेजी और यूकेजी की कक्षाएं सोमवार से खुल गई थीं. इस दौरान बच्चे खुशी से स्कूल पहुंचे. हालांकि कई स्कूलों में यूकेजी और एलकेजी को छठ के बाद खोलने का निर्णय लिया गया है. स्कूल खुलने के साथ ही ज्यादातर स्कूल अब केवल ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने की की तैयारी में हैं.
Trending Photos
पटनाः लंबे समय तक बंद रहने के बाद आखिरकार स्कूलों के दरवाजे खुल ही गए. सोमवार से बिहार के पटना समेत कुछ और जिलों में एलकेजी-यूकेजी के बच्चों को भी स्कूल बुलाना शुरू किया है. तकरीबन ढाई साल के बाद अब प्री प्राइमरी के बच्चे भी स्कूल आने लगेंगे. छठ के बाद लगभग सभी स्कूलों में जूनियर कक्षाएं खुल रही हैं. पटना में Dav Bseb सोमवार से खुल रहा है. छोटे बच्चे के स्कूल आने पर पूरे स्कूल को सजाया गया है. जिन कक्षाओं में एलकेजी और यूकेजी के बच्चे बैठेंगे, उस सभी कक्षाओं को सजाया जा रहा है.
अब केवल ऑफलाइन क्लास
कई स्कूलों में एलकेजी और यूकेजी की कक्षाएं सोमवार से खुल गई थीं. इस दौरान बच्चे खुशी से स्कूल पहुंचे. हालांकि कई स्कूलों में यूकेजी और एलकेजी को छठ के बाद खोलने का निर्णय लिया है. स्कूल खुलने के साथ ही ज्यादातर स्कूल अब केवल ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने की तैयारी में है.
कई स्कूल अक्टूबर के इस आखिरी हफ्ते से कक्षा एक से उपर की सभी कक्षा के सौ फीसदी बच्चों को बुलाने लगेंगे.
50 फीसदी नहीं सभी आएंगे
बच्चों के स्कूल आने के साथ ही और धीरे-घीरे ऑनलाइन कक्षाएं भी अब बंद कर दी जाएंगी. मीडिया बातचीत के अनुसार के बाद सेंट माइकल हाई स्कूल के प्राइमरी विंग के एलकेजी और यूकेजी कक्षा शुरू होगी. इसके बाद ऑनलाइन कक्षाएं पूरी तरह से बंद हो जायेगा. अभी तक कोरोना गाइडलाइन के अनुसार 50 फीसदी ही बच्चे स्कूल आ रहे थे लेकिन अब सभी बच्चों को बुलाया जायेगा. इसके बाद ऑनलाइन कक्षाएं बंद कर दी जाएंगी.
स्कूल प्रशासकों से कहना है कि छठ के बाद नवंबर से एलकेजी और यूकेजी के बच्चों को बुलाया जायेगा. शुरुआत में 50 फीसदी बच्चे ही हर दिन आएंगे. अभी एक से पांचवीं तक के बच्चे आ रहे हैं लेकिन छठ के बाद एलकेजी और यूकेजी के बच्चे भी आना शुरू करेंगे.
यह भी पढ़िएः बिना माइनिंग चालान के कर रहे थे पत्थर की ढुलाई, खनन विभाग ने लगाया करोड़ों का जुर्माना