NDA में कई मुद्दों पर 'असंतुष्टी' के बाद भी दिखी प्रत्याशी चयन में एकता, महागठबंधन में पेंच फंसा
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NDA में कई मुद्दों पर 'असंतुष्टी' के बाद भी दिखी प्रत्याशी चयन में एकता, महागठबंधन में पेंच फंसा

हाल के कुछ दिनों की बात की जाए  NDA के घटक दलों में विभिन्न मुद्दो पर जमकर टकराव देखा गया. जातीय जनगणना के मुद्दे पर भाजपा के नेता भले ही सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने गए थे, लेकिन सही मामलों में भाजपा जातीय जनगणना को सही नहीं मानती है. 

एनडीए ने दोनों सीटों पर की उम्मीदवारों की घोषणा. (तस्वीर साभार-@sanjayjaiswalMP)

Patna: बिहार में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के घटक दलों के विभिन्न मुद्दों पर राय भले ही अलग-अलग हों, लेकिन राज्य में दो विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव को लेकर कहीं कोई मतभेद नजर नहीं आया. NDA ने दोनों सीटों को लेकर जहां प्रत्याशियों की घोषणा कर दी, वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों के महागठबंधन (Mahagathbandhan) में अभी भी सीट के बंटवारे को लेकर स्थिति साफ नहीं हो सकी है.

  1. कई मुद्दों पर अलग-अलग राय के बाद भी प्रत्याशी चयन में दिखी NDA में एकता
  2. एनडीए ने प्रत्याशी घोषणा में महागठबंधन से मारी बाजी

NDA ने महागठबंधन से बढ़ाई बढ़त
NDA ने शुक्रवार को पटना में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में दोनों सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर महागठबंधन पर बढ़त बना ली है. NDA ने जहां तारापुर (Tarapur Vidhansabha Seat) से राजीव कुमार सिंह को एवं कुशेश्वर स्थान  (Kusheshwar Asthan Bypoll) से अमन भूषण हजारी को अपना प्रत्याशी बनाया है.

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NDA ने आपसी एकता का दिया संदेश!
संवाददाता सम्मेलन आयोजित होने की सूचना के बाद से ही यह तय हो गया था कि NDA उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा करेगी, लेकिन सबसे बड़ा सवाल था कि क्या राजग के सभी घटक दलों के नेता उपस्थित होंगे. इस संवाददाता सम्मेलन में राजग के सभी घटक दलों के शीर्ष नेताओं ने उम्मीदवारों की घोषणा के दौरान स्वयं मौजूद रहकर आपसी एकता का संदेश देने की कोशिश की.

JDU के पास थी दोनों सीट
इस मुद्दे पर जब प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल से पूछा गया तो उन्होंने सीधे तो कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन इतना जरूर कहा कि यह सब चलता रहता है. गौरतलब है कि तारापुर और कुशेश्वरस्थान से JDU के विधायक थे, जिनके असामयिक निधन से ये सीटें खाली हुई हैं. तारापुर से मेवालाल चैधरी और कुशेश्वरस्थन से शशिभूषण हजारी वर्ष 2020 का चुनाव जीते थे.

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NDA में कई मुद्दों पर चल रहा आपसी टकराव 
हाल के कुछ दिनों की बात की जाए  NDA के घटक दलों में विभिन्न मुद्दो पर जमकर टकराव देखा गया. जातीय जनगणना (Caste Census) के मुद्दे पर भाजपा के नेता भले ही सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मिलने गए थे, लेकिन सही मामलों में भाजपा जातीय जनगणना को सही नहीं मानती है. भाजपा के कई नेता इस पर सार्वजनिक तौर पर बयान देते रहते हैं.

NDA में JDU, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा जातीय जनगणना कराने को लेकर मुखर है. इसके अलावे बिहार के विशेष राज्य (Bihar Special Status) के मुद्दे पर भी जदयू और भाजपा अलग-अलग राय रखते हैं. जदयू जहां विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करता रहा है वहीं भाजपा इसकी अब जरूरत नहीं बताती है.

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महागठबंधन में सीटों पर फंसा पेंच
इधर, उपचुनाव को लेकर विपक्षी दलों के महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों को लेकर अभी भी पेंच फंसा हुआ है. कुशेश्वरस्थान पर राजद और कांग्रेस दोनों दावा कर रहे हैं. निर्वाचन आयोग (Election Commission) की अधिसूचना के मुताबिक इन दोनों सीटों के लिए नामांकन की अंतिम तारीख आठ अक्टूबर है और 16 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. इन सीटों पर 30 अक्टूबर को मतदान होगा.

(इनपुट-आईएएनएस)

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