BPSC 67th Exam 2021: नियुक्ति के लिए एक विभाग से 4 रिक्तियों की अधियाचना प्राप्त हुई है, जिन्हें वर्तमान वैकेंसी में शामिल कर दिया गया है. इस प्रकार से कुल वैकेंसी की संख्या अब 798 हो गई है.
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BPSC 67th Exam 2021: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam) के लिए एक बार फिर रिक्तियों (Vacancies) की संख्या बढ़ा दी है. नियुक्ति के लिए एक विभाग से 4 रिक्तियों की अधियाचना प्राप्त हुई है, जिन्हें वर्तमान वैकेंसी में शामिल कर दिया गया है. इस प्रकार से कुल वैकेंसी की संख्या अब 798 हो गई है. इससे पहले कुल 794 वैकेंसी थी.
बता दें कि पूर्व नोटिस के अनुसार बीपीएससी 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा 23 जनवरी 2022 को आयोजित की जानी थी. जिसे अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया था. इस संबंध में 7 दिसंबर 2021 को ऑफिशियल वेबसाइट पर एक सूचना जारी की गई थी.
BPSC 67th Prelims के लिए कुल 602221 आवेदन
प्रारंभिक परीक्षा के लिए कुल 602221 आवेदन प्राप्त हुए हैं. जिनमें महिला उम्मीदवारों (Female Candidates) की संख्या 182545 है. इस बार महिला उम्मीदवारों के फॉर्म भरने के प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है. इस बार 30 प्रतिशत से अधिक फीमेल कैंडिडेट्स ने फॉर्म भरा है.
ऐसे होगा चयन
अभ्यर्थियों का चयन प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam), मुख्य परीक्षा (Main Exam) और साक्षात्कार (Interview) के माध्यम से किया जाएगा. मेरिट लिस्ट मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में प्राप्त कुल अंकों के आधार पर तैयार होगी. लेकिन, उससे पूर्व उम्मीदवारों को प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होना होगा.
ये है प्रारंभिक परीक्षा पैटर्न
बीपीएससी संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन (General Study) के वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे. प्रारंभिक परीक्षा की अवधि 2 घंटे की होगी. परीक्षा में कुल 150 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) होंगे. परीक्षा में निगेटिव मार्किंग (Negative Marking) का प्रावधान नहीं है.
इन टॉपिक्स से पूछे जाते हैं सवाल
प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य विज्ञान, भारत के इतिहास और बिहार के इतिहास की प्रमुख विशेषताएं, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन और इसमें बिहार का योगदान, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं, सामान्य भूगोल, बिहार के प्रमुख भौगोलिक प्रभाग और यहां की प्रमुख नदियां, भारत की राज्य व्यवस्था और आर्थिक व्यवस्था, आजादी के बाद बिहार की अर्थव्यवस्था में प्रमुख परिवर्तन और जनरल रीजनिंग से प्रश्न पूछे जाते हैं.