झारखंड: RS चुनाव के लिए आंकड़ों के खेल में उलझी BJP-कांग्रेस, सरयू बोले...
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झारखंड: RS चुनाव के लिए आंकड़ों के खेल में उलझी BJP-कांग्रेस, सरयू बोले...

कांग्रेस दूसरे सीट पर कब्जा जमाने के लिए नंबर गणित के जुगाड़ में जुटी है. इसी क्रम में, रांची में 8 जून को कांग्रेस की अहम बैठक होनी है.

झारखंड में राज्य सभा की दो सीटों के लिए 19 जून को मतदान होना है. (फाइल फोटो)

रांची: झारखंड में राज्य सभा की दो सीटों के लिए 19 जून को मतदान होना है. तीन उम्मीदवार मैदान में हैं. जेएमएम (JMM) सुप्रीमो शिबू सोरेन (Shibu Soren),कांग्रेस के शहजादा अनवर और बीजेपी ने दीपक प्रकाश को उम्मीदवार बनाया है. विधानसभा में नंबर की बात करें तो जेएमएम के 29 विधायक और कांग्रेस के 17 विधायक हैं. वहीं, आरजेडी के पास 1, बीजेपी के पास 26, आजसू के पास 2, माले के पास 1, एनसीपी के पास 1 और दो निर्दलीय विधायक हैं.

8 को कांग्रेस की अहम बैठक
इधर, कांग्रेस दूसरे सीट पर कब्जा जमाने के लिए नंबर गणित के जुगाड़ में जुटी है. इसी क्रम में, रांची में 8 जून को कांग्रेस की अहम बैठक होनी है. इसमें झारखंड कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह, पीएल पूनिया सरीखे केंद्रीय स्तर के नेता, हारी हुई बाजी को जीत में तब्दील करने की रणनीति बनाएंगे.

'कांग्रेस करना चाहती है सेंधमारी'
वहीं, विधायक सरयू राय ने राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि, कांग्रेस को अब घोषित कर देना चाहिए कि हमने उम्मीदवार दे दिया है. लेकिन गम्भीर नहीं हैं. ताकि सर्वसम्मति से नतीजे आए. उन्होंने कहा कि, वोटों का गणित है, उसमें एक सत्ता पक्ष का जीतेगा, दूसरा विपक्ष से. ऐसे में तीसरे का प्रयास करने से संदेश यही जाएगा कि, हम सेंधमारी करना चाहते हैं. किसी को प्रलोभन देकर साथ लाना चाहते हैं, जो इस राज्य की छवि के लिए अच्छा नहीं होगा.

इधर, हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि, उम्मीदवार वापस लेने का समय तो बीत चुका है. कांग्रेस ने समीकरण को ध्यान में रख कर उम्मीदवार दिया है. 8 जून को कांग्रेस की बैठक है, उसमें आगे की रणनीति तय होगी. प्रदीप यादव ने कहा कि, सरयू राय को सुझाव यह सुझाव पहले लाना चाहिए थे. पहले उन्होंने अपना पत्ता नहीं खोला था कि, किसको वोट देना है.

'निर्दलीय विधायकों से उम्मीद'
कांग्रेस नेता ने कहा कि, निर्दलीय विधायकों से लोगों को उम्मीद होती है कि, इनका वोट मेरे पास आएगा. कांग्रेस का भी अपना मजबूत स्ट्रेंथ हैं, कई लोग अपनी पार्टी से नाराज चलते हैं तो वो भी दूसरे को वोट डालते हैं. इसी उम्मीद और आशा के साथ कांग्रेस ने उम्मीदवार दिया है. कांग्रेस के पास स्ट्रेंटज हैं, थोड़ी बहुत कमी हैं, मैनेजमेंट इन चीजों को देख रहा है.

कांग्रेस रणनीति के तहत चुनाव लड़ रही
वहीं, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि, कांग्रेस अपने रणनीति के तहत चुनाव लड़ रही है और उस रणनीति पर कायम हैं. नतीजे 19 को सामने आ जाएगा. झारखंड विधानसभा में संख्या बल नहीं रहने के बावजूद भी उम्मीदवार की जीत हुई है.

BJP में सबकुछ ठीक नहीं
जेएमएम महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि, जो समीकरण हैं, वो बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी और गठबंधन के पक्ष में आंकड़े हैं. लेकिन जो वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति है, उसमें बीजेपी के अंदर जो राजनीतिक उठापटक झारखंड में चल रही है उससे स्पष्ट हो जाएगा कि, बीजेपी के अंदर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है.

'BJP ने हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा दिया है'
विनोद पांडेय ने कहा कि, बीजेपी के कई विधायक सीएम के काम को देखते हुए गठबंधन को मदद करने के लिए तैयार होगें. बीजेपी का राजनीतिक चरित्र है कि, उसने हॉर्स ट्रेडिंग (Horse Trading) को बढ़ावा दिया है और उसी चश्मे से इस बार के भी राज्यसभा चुनाव को देखने का काम कर रही है. हॉर्स ट्रेडिंग की बात से साफ होता है कि, बीजेपी अपने सदस्यों को रोकने में सक्षम नहीं है.
 
'कांग्रेस करना चाहती है हॉर्स ट्रेडिंग'
वहीं, राज्यसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा का कहना है कि, राज्य में जो विधायको की संख्या है, उसके मुताबिक, कांग्रेस को प्रत्याशी ही नहीं देनी चाहिए था. विधायको के गणित से स्पष्ट है कि, दो ही सदस्य चुने जा सकते हैं. एक सत्ता पक्ष से दूसरा बीजेपी से. ऐसे में कांग्रेस ने जो प्रत्याशी दिया है, वो स्पष्ट है कि हॉर्स ट्रेडिंग के लिए ही गठबंधन ने प्रत्याशी दिया है.

'BJP MLA एकजुट हैं'
उन्होंने कहा कि, गठबंधन ओछी और लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधि करने वाला है, पर बीजेपी के सभी विधायक एकजुट हैं और बीजेपी की तरफ से क्रॉस वोटिंग की कोई संभावना नहीं है.