नीतीश के मुकाबले भाजपा के पास चेहरा नहीं, उसे किसी किरण बेदी की तलाश: जदयू
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नीतीश के मुकाबले भाजपा के पास चेहरा नहीं, उसे किसी किरण बेदी की तलाश: जदयू

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए ‘धर्मनिरपेक्ष गठबंधन’ की ओर से नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद जनता दल (यू) ने आज भाजपा को अपना मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बताने की चुनौती देते हुए कहा कि भगवा पार्टी के पास नीतीश के मुकाबले कोई चेहरा नहीं है और वह दिल्ली की तर्ज पर बिहार में भी किसी किरण बेदी की तलाश में है।

नीतीश के मुकाबले भाजपा के पास चेहरा नहीं, उसे किसी किरण बेदी की तलाश: जदयू

नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए ‘धर्मनिरपेक्ष गठबंधन’ की ओर से नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद जनता दल (यू) ने आज भाजपा को अपना मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बताने की चुनौती देते हुए कहा कि भगवा पार्टी के पास नीतीश के मुकाबले कोई चेहरा नहीं है और वह दिल्ली की तर्ज पर बिहार में भी किसी किरण बेदी की तलाश में है।

जदयू महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा, भाजपा के पास बिहार में नीतीश कुमार का मुकाबला करने के लिए कोई चेहरा इस समय नहीं है। अब वह दिल्ली की तर्ज पर वहां भी किसी किरण बेदी की तलाश में है। परंतु इतना कहना चाहता हूं कि जो हाल दिल्ली में किरण बेदी का हुआ वही हाल बिहार में भाजपा की किसी दूसरी ‘किरण बेदी’ का भी होगा। गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में दिल्ली विधानसभा चुनाव से ऐन पहले भाजपा ने आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल के मुकाबले पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था, हालांकि उस चुनाव में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा।

त्यागी ने अभिनेता और भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा के हालिया बयान का हवाला देते हुए भाजपा को चुनौती दी कि इस साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का अपना उम्मीदवार घोषित करे। उन्होंने कहा, भाजपा हमसे हर चीज के लिए रोजाना सवाल करती है। मैं उनके ‘बयानबाजी के बादशाह’ सुशील मोदी से पूछना चाहता हूं कि बिहार में उनका चेहरा कौन होगा। अब तो भाजपा के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा भी पूछ चुके हैं कि विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा कौन होने वाला है।

त्यागी ने कहा, भाजपा के पास नीतीश के मुकाबले कोई चेहरा नहीं है इसलिए वह बार-बार कह रही है कि मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी। यह पहला मौका होगा जब विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। मेरा सवाल भाजपा से यह है कि क्या नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर बिहार का मुख्यमंत्री बनेंगे? हाल ही में ‘धर्मनिरपेक्ष गठबंधन’ के दलों जदयू, राजद, कांग्रेस और राकांपा की ओर से नीतीश कुमार को औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया। त्यागी ने दावा किया कि यह गठबंधन बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा का रथ रोकने में कामयाब होगा और वहीं से देश में ‘गैरभाजपावाद’ की शुरूआत होगी।

उन्होंने कहा, हम बिहार में भाजपा का रथ रोकेंगे। बिहार से गैरभाजपावाद की राजनीति की शुरुआत होगी। जैसे 1970 के दशक में जेपी के नेतृत्व में गैरकांग्रेसवाद शुरू हुआ था उसी तरह से अब गैरभाजपावाद की शुरूआत होगी। अब गैरकांग्रेसवाद खत्म हो चुका हैं और यह दौर गैरभाजपावाद का है। जदयू नेता ने कहा, इस गठबंधन की परीक्षा लोकसभा चुनाव के ठीक बाद बिहार में 10 विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनाव में हो चुकी है। उस उप चुनाव में इस गठगंधन ने भाजपा नेताओं द्वारा खाली की गई 10 में से छह सीटें जीती थीं। उसके बाद से अब नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में बहुत कमी आई है और अब हमारा गठबंधन पहले से अधिक मजबूत हो चुका है। त्यागी ने सीटों के बंटवारें के मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।