झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाला गठबंधन चुनावी नतीजों में बहुमत की ओर अग्रसर है.
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रांची/नई दिल्ली: झारखंड विधानसभा (Jharkhand election 2019) के चुनावी नतीजों पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने अपनी प्रतिक्रया व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि हम झारखंड की जनता द्वारा दिए गए जनादेश का सम्मान करते हैं.
शाह ने ट्वीट में लिखा, ''भाजपा को 5 वर्षों तक प्रदेश की सेवा करने का जो मौका दिया था उसके लिए हम जनता का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं. भाजपा निरंतर प्रदेश के विकास के लिए कटिबद्ध रहेगी. सभी कार्यकर्ताओं का उनके अथक परिश्रम के लिए अभिनंदन.
हम झारखंड की जनता द्वारा दिये गये जनादेश का सम्मान करते हैं।
भाजपा को 5 वर्षों तक प्रदेश की सेवा करने का जो मौका दिया था उसके लिए हम जनता का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। भाजपा निरंतर प्रदेश के विकास के लिए कटिबद्ध रहेगी।
सभी कार्यकर्ताओं का उनके अथक परिश्रम के लिए अभिनंदन।
— Amit Shah (@AmitShah) December 23, 2019
दरअसल, सोमवार को चुनावी मतगणना में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाला गठबंधन बहुमत की ओर अग्रसर है.
झारखंड में बीजेपी की 5 भूलें
1. स्थानीय मुद्दों की अनदेखी: रघुबर दास के नेतृत्व में बीजेपी ने जनता के स्थानीय मुद्दों की अनदेखी कर आर्टिकल 370, राम मंदिर, नागरिकता संशोधन कानून जैसे विषयों पर फोकस किया. इन मुद्दों के कारण पार्टी स्थानीय आधार पर लोगों से जुड़ नहीं सकी.
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2. नेताओं की बगावत: बीजेपी के अंदर सरयू राय के नेतृत्व में एक धड़ा रघुबर दास की कार्यशैली पर सवाल उठा रहा था. रघुबर दास को मुख्यमंत्री के रूप में फिर से पेश नहीं करने की भी मांग इस धड़े ने की. लेकिन जब उनकी मांग को नामंजूर कर दिया तो वरिष्ठ नेता सरयू राय ने पार्टी से बगावत करते हुए जमदेशपुर पूर्व से रघुबर दास के खिलाफ खम ठोकने का निश्चय कर लिया. नतीजतन भितरघात का पार्टी को नुकसान हुआ.