नई दिल्लीः बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय को पहली बार मोदी कैबिनेट में जगह दी गई है. नित्यानंद राय बिहार के उजियारपुर से सांसद चुने गए हैं. 2014 में भी वह इसी सीट से सांसद बने थे. लेकिन उस वक्त उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया था. लेकिन इस बार उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी गई है.


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नित्यानंद राय को बिहार बीजेपी की कमान साल 2016 में सौंपी गई थी. जिसके बाद उन्होंने बिहार में बीजेपी के अलग-अलग गुटों को एक मंच पर खड़ा करने में बड़ी हिस्सेदारी निभाई है. प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से राय अमित शाह के सभी मापदंडों में खड़े उतरे हैं.



नित्यानंद राय का राजनीतिक सफर काफी लंबा है. वह एबीवीपी के कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था. जिसके बाद वह बीजेपी पार्टी के कई पदों से होते हुए प्रदेश अध्यक्ष पद को हासिल किया है. उनकी नेतृत्व क्षमता को देखते हुए उन्हें पहले 1999 में युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. जिसके बाद वह 2000 में पहली बार हाजीपुर सीट से विधायक बनने में सफल हुए.


राय ने हाजीपुर से लगातार 4 बार विधानसभा चुनाव जीता. वहीं, 2014 में उजियारपुर लोकसभा सीट से सांसद बनने में सफल रहे. 2019 के लोकसभा चुनाव में भी वह इसी सीट से उपेंद्र कुशवाहा को हराने में कामयाब रहे.


बताया जाता है कि नित्यानंद राय ने लालकृष्ण आडवानी के के राम रथयात्रा के लिए भी अहम भूमिका निभाई थी. लालू यादव ने जब आडवाणी की रथयात्रा को हाजीपुर पहुंचने से रोकने का ऐलान किया था. तब राय ने ही इतना जनसमर्थन जुटाया था कि लालू यादव को को रथ रोकने का साहस नहीं हुआ था. इसके बाद से ही राय का नाम दबंग नेताओं में होने लगा.


उनका नाम और भी ज्यादा मुखर के सामने आया जब उन्हें 2016 में बिहार बीजेपी अध्यक्ष का कमान सौंपा गया. इसके बाद से वह बिहार में संगठन को लगातार मजबूत करने में जुटे रहे. अब उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कर नई जिम्मेदारी दी गई है.